संध्या समय न्यूज संवाददाता
जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को बाड़मेर जिले में बिपरजॉय चक्रवात से प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वे किया। उन्होंने चौहटन, धनाऊ और आसपास के क्षेत्रों में सर्वे करने के बाद प्रभावितों से मुलाकात भी की।गहलोत ने प्रभावितों से बात करते हुए कहा कि सरकार द्वारा बिपरजॉय को गंभीरता से लेकर पूर्व में ही तैयारियां कर ली गई थीं। हालांकि, कच्चे मकानों, पशुओं और विद्यालय भवनों को नुकसान हुआ है। मौसम विभाग के अधिकारियों के साथ लगातार समन्वय रखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रभावित क्षेत्रों में सर्वेक्षण कराकर नियमानुसार मुआवजा दिया जाएगा। इसके लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 15 हजार से अधिक लोगों को बिपरजॉय आने से पूर्व ही शिफ्ट किया गया था। साथ ही लगभग 2 हजार लोगों को बचाव टीमों द्वारा रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। आर्मी सहित एसडीआरएफ की 17 और एनडीआरएफ की 8 टीम सहित राहत और बचाव कार्यों में आपदा मित्रों, नागरिक सुरक्षा की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। प्रदेश में क्षतिग्रस्त हुए सड़क, बिजली पोल और ट्रांसफॉर्मर और अन्य हुए नुकसान की शीघ्र मरम्मत के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं।
गहलोत ने आमजन से अपील की है कि वे नदी या अन्य जलभराव वाले स्थानों पर नहीं जाएं। बच्चों को तैरने से रोके और पानी के तेज बहाव में पैदल या वाहन से नहीं गुजरें। किसी अनहोनी के अंदेशा होने पर प्रशासन को तुरंत सूचित करें। इस दौरान आपदा प्रबंधन व सहायता मंत्री गोविंद राम मेघवाल, बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन, जिला कलक्टर अरूण कुमार पुरोहित और पुलिस अधीक्षक दिगंत आनंद साथ रहे। ज्ञातव्य है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत दो दिवसीय बिपरजॉय से हुए नुक़सान का आकलन करने के लिए राजस्थान के विभिन्न ज़िलों में जा रहे हैं। तथा लोगों से रूबरू हो रहे हैं ।
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