ऋषि तिवारी
नई दिल्ली। दिल्ली नगर निगम की मेयर डॉ. शैली ओबेरॉय ने राजेंद्र नगर हादसे में मृतक छात्रों की याद में लाइब्रेरी बनाने की घोषणा की है और इस संबंध में आदेश जारी किया है। उन्होंने जारी आदेश में कहा है कि राजेंद्र नगर में कुछ दिन पहले हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बाद, दिल्ली में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे बहुत से छात्रों ने दिल्ली में सार्वजनिक/सरकारी पुस्तकालयों की कमी का मुद्दा उठाया, क्योंकि वे निजी पुस्तकालयों द्वारा ली जाने वाली शुल्क की भारी राशि वहन नहीं कर सकते हैं। इन बातों को ध्यान में रखते हुए, दिल्ली में चार अलग-अलग स्थानों पर मृतक छात्रों के नाम पर चार सार्वजनिक पुस्तकालयों की निर्माण एमसीडी द्वारा किया जाएगा।
मेयर ने कहा कि इस कार्य के लिए महापौर के विवेकाधीन लेखा शीर्ष से बजट प्रावधान किया जा सकता है और मेयर ने संबंधित विभाग को व्यवहार्यता की जांच करने और इस संबंध में भूमि की पहचान करने और जल्द से जल्द आवश्यक कार्रवाई शुरू करने का निर्देश दिया है। राजेंद्र नगर, मुखर्जी नगर, पटेल नगर और बेर सराय में लाइब्रेरी बनाई जाएगी।
बता दें कि राजेंद्र नगर स्थित एक कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में हुए जलभराव में डूब कर तीन छात्रों की मौत हो गई थी। हादसे के वक्त तीनों कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में बनी लाइब्रेरी में पढ़ाई कर रहे थे। इसी दौरान बारिश का पानी बेसमेंट में घुस गया. पढ़ाई कर रहे 35 में से 32 स्टूडेंट निकालने में कामयाब रहे, लेकिन तीन छात्रों की पानी में डूब कर मौत हो गई।
इसको लेकर दिल्ली नगर निगम की चौतरफा निंदा हुई और छात्रों ने दिल्ली सरकार और नगर निगम के खिलाफ प्रदर्शन किया है। इसी बीच आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने राजेंद्र नगर में नाराज छात्रों से मुलाकात की है। उन्होंने छात्रों को बताया कि दिल्ली सरकार और एमसीडी इस हादसे के शिकार छात्रों के परिवारों को 10-10 लाख रुपये मुआवजा देगी।
संजय सिंह ने कहा कि मृतक छात्रों की याद में लाइब्रेरी बनाई जाएगी. उसे बनाने के लिए वह खुद अपने सांसद निधि से एक-एक करोड़ रुपये देंगे। उन्होंने यह भी बताया कि सरकार ने कोचिंग सेंटरों को रेगुलेट करने के लिए कानून बनाने का फैसला लिया है, जिसमें छात्रों के सुझाव भी शामिल किए जाएंगे।
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