स्वच्छ भारत मिशन को लागू हुए कई साल हो गए है लेकिन राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में स्वच्छता अभी तक मैली ही नजर आ रही है। दिल्ली के वीआइपी क्षेत्रों को अगर छोड़ दिया जाए तो शेष दिल्ली में ज्यादातर जगहों पर कूड़े की गाड़ी नहीं आना और सीवर की सफाई ना होने के कारण यहां के गली मुहल्ले में क्लीन ना होना यही वजह है कि स्वच्छता रैंकिंग में दिल्ली का प्रदर्शन सुधर नहीं रहा है। जबकि दिल्ली में हर साल करोड़ों रुपये सफाई के नाम पर खर्च किए जा रहे हैं। आए दिन दिल्ली की अदालतें गंदगी को लेकर निगमों को फटकार लगाती रहती हैं, इसके बावजूद अभी तक सफाई के नाम पर निगम की सिर्फ फाइलें ही बन रही है काम नहीं हो रहा है।
ऋषि तिवारी
मोहन गार्डन जैसे कई इलाकों में सीवर और स्वच्छता सिर्फ दिखावा
देखा जाए तो दिल्ली नगर निगम की लापवरवाही का नतिजा आम जनता भुगत रही है जिसें आए दिन सीवर का काम सही से ना करने से बारिश और दिनों में आए दिन सीवर भर जाते है जिसके कंपलेन के बाद भी सरकार कोई ध्यान नहीं देता है। जो कि आए दिन बड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है जैसे इलोंकों में मच्छर की भरमार जिससे बिमारी का सामना करना पड़ता है।
सीवर का काम न होने से पानी का काम में आ रही अडचने
देखा जाए सीवर का पानी भरा होता है जिसे दिल्ली जल बोर्ड अधिकारी सीवर अधिकारियों को बोलते है लेकिन सीवर अधिकारी अपने काम लेट करते है जिससे यह समस्या बनती जाती है और यह समस्या सीवर के अधिकारी के कारण मौत कारण बन जाता आ रही है क्योंकि इसके कारण यह गंदे पानी की कंपलेन के बाद भी इस पानी वाले अपने काम नहीं कर पाते है। जिससे सीवर की समस्या के कारण हर घरों में गंदा पानी आ जाता है।
एमसीडी द्वारा कुड़े की गाड़ी नहीं आना
देखा जाए तो आए दिन सरकारी गाड़ियां आम जनता के लिए भेजी जाती वह आती नहीं जिससे आम जनता खाली पड़े प्लॉटों में अपना कुड़ा डालने के लिए मजबूर है जिसमें देखा जाए तो आए दिन ऐसी समस्या बनी हुई है जिसकी शिकायतों के बाद भी कुड़े की गाड़ी नहीं आती है यह गाड़ियां साल में सिर्फ 12 बार आती है ज्यादा से ज्यादा 20 बार आती है देखे साल में 365 दिन होते है।
सीवर की समस्या बनती जा रही बिमारी का कारण
आए दिन सीवर की बदबूदार पानी इकट्ठा होने से डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया मच्छरों का जमावड़ा क्षेत्र बनता जा रहा है, जिसके कारण लोगों को परेशानी और बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन इस समस्या से निजात नहीं दिला पा रही है। जिसके कारण ऐरिया में बिमारियों का कारण बन रहा है।
सीवर की नहीं होता है सही से सफाई
जिन हिस्सों में सीवर लाइन की सही से सफाई ना होने के कारण यह जाम हो जाते है और बारिश के पहले भी और बारिश के बाद भी यहां जमकर ओवर फ्लो होता है जिसकी शिकायत एमएलए से लेकर एमसीडी और जेई को करने के बाद भी कुछ नहीं होता है जब कोई अनहोनी हो जाती है तब सरकार इस पर ध्यान देती है अगर यह पहले शिकायतों पर ध्यान देती तो अनहोनी से बचा जा सकता है।
हेर—फेर के कारण होता रहा है 1 दिन के काम को 1 महिनें लगाना
सफाई सर्वे में जब आम जनता पुछ ताछ किया गया बताया जाता है कि यह जानबूच कर करते है हमें तकलीफ होता है तो हमें अपने काम करवाने पड़ते है बहोत से लोगों ने सरकार पर भरोसा छोड़ प्राईवेट कुड़ा उठाने वाले को बुक कर लिया है जो कि आए दिन रोज कुड़ा ले जाते है जो कि सरकारी गाड़ी 2 दिन में 1 बार आती है देखा जाए तो यह गाड़ी महिने में कम से कम सिर्फ 2 बार आती है जिससे आम जनता कही भी कुड़ा फेकने के लिए मजबूर है।