पत्नी के मंहगी शराब पीने के शौक ने पति को बनाया चोर, गिरफ्तार

91 Views

संदिप कुमार गर्ग


नोएडा। पत्नी को महंगी शराब पीने का शौक और पति के पास छोटी—मोटी नौकरी करने वाले पति को पत्नी की शौक को पूरा करने के लिए दुकानों से लेकर शराब ठेकों के ताले तोड़ कर चोरी करने की लत लग गई। जिसे पति के इस काम में पत्नी भी उसका साथ देने लगी और खुद भी अपने एक और साथी आटो रिक्शा चालक के साथ जाकर चोरी की वारदातों को अंजाम देने लगी। जिन्होंने पिछले दिनों सेक्टर-135 के देशी शराब ठेके का ताला तोड़ कर चोरी की थी। पुलिस ने उनके पास से चोरी किए गए 25 हजार रुपये व घटना में इस्तेमाल पिंक आटो व ताला तोड़ा वाला संबल बरामद किया है।

एडीसीपी मनीष मिश्र ने बताया कि अगस्त माह में एक्सप्रेस वे थाना क्षेत्र के एक शराब ठेके में चोरी हुई थी। जिसका एक विडियो भी वायरल हुआ था। जिसमें चोर एक आटो में सवार होकर आए थे। पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों की जांच पड़ताल शुरू की और फिर एक टीम एसीपी शैव्या गोयल की अगुवाई में चोर की तलाश शुरू की गई। मुखबिर से जानकारी मिलते ही पुलिस ने तीनों को वाजिदपुर पुश्ता कट के नीचे से गिरफ्तार किया। इनकी पहचान तिगरी थाना बिसरख निवासी सूरज उर्फ करन उसकी पत्नी काजल व पेशे से आटो चालक कुलदीप चौहान हुई है। तीनों के पास से 25 हजार रुपए नगद बरामद किए गए। जांच में पता चला कि सूरज पर गाजियाबाद में कई चोरी के केस दर्ज है। वहीं कुलदीप का पुलिस आपराधिक रिकार्ड खंगाल रही है।

एसीपी शैव्या गोयल ने बताया कि पूछताछ में चला कि आठ साल पहले काजल सेक्टर-63 की एक कंपनी में काम करती थी। सूरज आटो चलाता था। जहां कंपनी में आने जाने के दौरान उसका परिचय काजल से हो गया और फिर जानपहचान प्यार में बदल गई। काजल महंगी शराब और नशा करने की आदि है। उसका शौक पूरा करने के लिए सूजर ने पैसों के इंतजाम के लिए चोरियां करनी शुरू कर दी। तीन साल पहले दोनों ने प्रेम विवाह कर लिया। जिनकी एक साल की बच्ची भी है। काजल ने महंगे शौक को पूरा करने के लिए पिछले एक साल से सूरज के साथ चोरी करना शुरू कर दिया। एडीसीपी ने बताया कि ये कुलदीप के ऑटो में बैठकर रात में निकलते थे। रास्ते में कोई पूछ ले तो पति पत्नी होने पर कोई शक नहीं करता था। दुकान की रेकी करते थे। रेकी करने बाद एक सब्बल से ये दुकान का ताला तोडक़र उसके अंदर जाते और वहां रखा कैश चोरी कर फरार हो जाते थे। काजल के पास सारा पैसा रहता था। यही पैसों को तीन हिस्से में बांट देती थी। ये तीनों इसलिए बचते रहे कि पति पत्नी के भेष में इन पर कोई शक नहीं करता था।

Contact to us