संदिप कुमार गर्ग
नोएडा। थाना सेक्टर-63 पुलिस एवं सीआरटी टीम नोएडा द्वारा संयुक्त कार्यवाही करते हुए इंस्टा सालूशन नाम से कॉल सेंटर संचालित कर विदेशी नागरिकों को अमेजन पार्सल, टेक्स सपोर्ट एवं पे-डे लोन प्रक्रिया के नाम पर फर्जी मैसेज लिंक एवं कॉल के माध्यम से लाखो रूपये की ठगी करने वाले गैंग का पर्दाफाश करते हुए कुल 76 आरोपी है जिसमें से 67 पुरूष व 09 महिला गिरफ्तार किए गए है, जिनके पास से 58 लैपटॉप, 01 एप्पल मैक बुक, 45 लेपटॉप चार्जर, 02 राउटर, 45 हेडफोन, 24 मोबाइल फोन व अन्य सामान बरामद किया गया है।
आरोपियों से कड़ाई से पूछताछ की गयी तो उनके द्वारा बताया गया कि हम लोग साथ मिलकर विदेशो में बैठे लोगो को अमेजन सपोर्ट, माईक्रोसाफ्ट, टेक सपोर्ट एवं पे-डे के नाम पर ठगी करते है। इस कॉल सेन्टर को कुरूनाल रे, सौरभ, सादिक, साजिद अली द्वारा मिलकर ही संचालित किया जा रहा है। हम लोग स्काईप एप्प के माध्यम से ग्राहको का व्यक्तिगत डाटा खरीदते है, जिसका पैमेन्ट यूएसडीटी में यूएस के लोगो को करते है, जो डिजिटल करेंसी में होता है उसके बाद यूएस में जिन लोगो के कम्प्यूटरो में सीएक्स भेजा जाता है तो उनके कम्प्यूटर में खराबी आने के कारण कम्प्यूटर की स्क्रीन नीले रंग की हो जाती है और एक नम्बर स्क्रीन पर दिखाई देता है, जिस नम्बर पर पीडित कॉल करता है वह कॉल हमारे सिस्टम पर आती है, जिस पर हमारे बैठे लोग उस काल को रिसिव करते है एवं अपने आप को माईक्रोसाफ्ट का अधिकारी बताकर उनकी समस्या का समाधान करने के लिए 99$(डालर) या इससे अधिक का पेमेन्ट माँगते है जब वह पेमेन्ट कर देता है तो पीडित को एक कमांड बताते है जिससे उसका कम्प्यूटर ठीक हो जाता है। यही सभी प्रक्रिया हम उस व्यक्ति को धोखा देकर पैसे लेने के लिए करते है।
अमेजन प्रोसेस में हम स्काईप एप्प से डाटा लेते है, जिसमें यूएस के नागरिको की जानकारी होती है और उसका किसी ना किसी साईट पर लोन का आवेदन होता है जिसका फायदा उठाकर हमारे द्वारा हमारे फोन से उनके लोन के सम्बन्ध में एक मैसेज भेजा जाता है। मैसेज में नाम व मोबाईल नं0 आवश्यकतानुसार चेंज करते है। जिस व्यक्ति को लोन की जरूरत होती है वह या तो हमे यस का मैसेज भेजता है या हमारे द्वारा दिये गये नम्बर पर काल करता है। फिर हम उससे लोन कराने के लिए 100-500$(डालर) की मांग करते है। अगर उसके पास पैसा होता है तो हम उससे पैसा एप्पल ई-बे, वालमार्ट गिफ्टकार्ड के माध्यम से पैमन्ट प्राप्त कर लेते है। यदि उसके पास पैसा नही होता तो उसको हम फर्जी चेक भेजते है और वह व्यक्ति उस चेक का फोटो लेकर अपने अकाउंट में लगा देता है यदि बैंक उसको पैसा पे करता है तो पेमेन्ट उसके अकाउंट में आ जाता है। जिस पैसे को हम गिफ्ट कार्ड के माध्यम से ले लेते है अगर बैंक उस चेक को पकड़ लेता है तो उसका बैंक अकाउंट फ्रीज हो जाता है। अमेजन प्रोसेस में भी हम लोग स्काईप के माध्यम से प्राप्त डाटा के माध्यम से विदेशी ग्राहको को एक वॉयस नोट भेजते है जिसमें ग्राहको को बताया जाता है कि आपका पार्सल रेडी टू डिलीवर है यदि आपके द्वारा उक्त पार्सल नही मंगाया गया है तो आपका अकाउंट चोरी हो गया है तो ग्राहक डर जाता है। फिर हम ग्राहक से उसका नया अमेजन अकाउंट बनाने के नाम पर डॉलर की माँग कर लेते है। हम सभी लोग अपने अपने लैपटाप/मोबाईलो पर बदल बदल कर काम करते है। हम लोग अधिकतर विदेशी नागरिकों को अपना शिकार बनाते थे ताकि कोई हमारे ऑफिस आकर शिकायत न कर सके। मुख्य अभियुक्तगण कुरूनाल रे, सादिक, सौरभ राजपूत पूर्व में भी उक्त प्रकार की ठगी करने के कारण गुजरात पुलिस द्वारा जेल भेजे जा चुके है, जिनके आपराधिक इतिहास के सम्बन्ध में गुजरात पुलिस से जानकारी की जा रही है।