ऋषी तिवारी
देश की अग्रणी ऑटोमोटिव कंपनी स्पार्क मिंडा ने अपनी सामाजिक जिम्मेदारी (CSR) के तहत उत्तराखंड में एक नई मानवता की पहल शुरू की है। इस पहल के तहत, कंपनी ने उत्तराखंड सरकार के सहयोग से ऊधम सिंह नगर जिले में दिव्यांग सशक्तिकरण कौशल विकास केंद्र और डिजिटल एजुकेशन मोबाइल बस का शुभारंभ किया है।
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उद्घाटन समारोह और मुख्य अतिथियों का संबोधन
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम का उद्घाटन किया, जिसमें स्पार्क मिंडा फाउंडेशन की चेयरपर्सन सारिका मिंडा भी उपस्थित रहीं। इस अवसर पर आयोजित प्रेसवार्ता में कंपनी के एसोसिएट वाइस प्रेसिडेंट एवं ग्रुप हेड (सीएसआर और सस्टेनेबिलिटी) प्रवीन कर्ण ने कहा कि इस पहल का मुख्य उद्देश्य उत्तराखंड के दिव्यांग और जरूरतमंद युवाओं को रोजगारोन्मुख प्रशिक्षण देकर आत्मनिर्भर बनाना है।
कार्यक्रम का उद्देश्य और प्रशिक्षण का स्वरूप
प्रवीन कर्ण ने बताया कि यह केंद्र युवाओं को बेसिक कंप्यूटर, टैली और जीएसटी जैसे ट्रेड में प्रशिक्षण देगा। प्रशिक्षण प्राप्त युवाओं को रोजगार सहायता और करियर मार्गदर्शन भी प्रदान किया जाएगा। यह कदम खासकर उन युवाओं के लिए है जो अपने जीवन में बदलाव लाने का सपना रखते हैं।
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डिजिटल एजुकेशन मोबाइल बस का कार्य और पूर्व सफलता
इसके अतिरिक्त, फाउंडेशन द्वारा शुरू की गई डिजिटल एजुकेशन मोबाइल बस ग्रामीण इलाकों में डिजिटल शिक्षा का प्रसार करेगी। इससे पहले यह कार्यक्रम उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर जिले में सफलतापूर्वक संचालित किया जा चुका है, जहाँ 1500 से अधिक युवाओं को लाभ पहुंचाया गया है।
भविष्य की योजनाएँ और लक्ष्य
फाउंडेशन का लक्ष्य इस क्षेत्र के 1,000 से अधिक जरूरतमंद युवाओं को प्रशिक्षित कर उन्हें रोजगार के अवसरों से जोड़ना है। इस नई पहल से न केवल युवाओं का कौशल विकास होगा, बल्कि क्षेत्र में सामाजिक व आर्थिक उत्थान भी सुनिश्चित होगा।






