भवेश कुमार
इधर दुकानदार की बात को सुनने के बाद आरओ ने अवैध दुकान को बंद करने की कड़ी चेतावनी दी।साथ ही नहीं की स्थिति में ठोस कानूनी कार्रवाई की बात कही।अब देखना है कि अवैध चिकन दुकान संचालक दुकान को बंद करता है या पत्रकार को मौत के घाट उतारता है। दुर्भाग्यवश इस अवसर पर स्थानीय थाना पुलिस मौके पर मौजूद नहीं थी जिसके वजह से दुकानदार और उसके परिवार जनों का हौसला बुलंद रहा।वहीं पत्रकार इस मामले में अपनी संलिप्तता जगजाहिर होने पर और इस तरह की दुकानदार व उसके परिजनों के रोषपूर्ण व्यवहार से आशंकित है।
उसे आशंका है कि यदि भविष्य में उसके या उसके परिजनों के साथ कोई भी अप्रिय घटना घटती है, तो उसकी पूर्ण जिम्मेदारी उक्त चिकन-मटन दुकानदार एवं उनके परिजनों की होगी।विदित हो कि पत्रकारिता लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है और उसकी गरिमा एवं सुरक्षा सुनिश्चित करना प्रशासन की संवैधानिक जिम्मेदारी है।इस दौरान सिसौड़ा पंचायत के हल्का कर्मचारी रामवृक्ष कुमार व महुअर पंचायत के हल्का कर्मचारी सोनू कुमार समेत तमाम ग्रामीण मौजूद रहे।