संध्या समय न्यूज संवाददाता
सोशल मीडिया के जरिए तलाशते शिकार
बता दे कि ठगी के तार पंजाब, हरियाणा, यूपी समेत कई बड़े शहरों से जुड़े होने की आशंका जताई जा रही है। पुलिस को पंजाब से जुड़ाव के साक्ष्य मिले हैं। ठगी के रुपये अलग-अलग नामों से खोले गए दो दर्जन से अधिक घोस्ट खातों में मंगाए जाते थे। खातों से ठगी के रुपये निकासी कर तिजोरी में कैश के रूप रखे जाते थे। सोशल मीडिया के जरिए शिकार तलाशते थे। ऑनलाइन ट्रेडिंग में निवेश पर कम समय में भारी मुनाफे का झांसा देकर ठगी करते थे। कैफे व चिटफंड की आड़ में ठगी का धंधासाइबर शातिर गांव में साइबर कैफे के नाम पर चिटफंड का धंधा चला रहा था। इससे वह अकूत संपत्ति अर्जित कर रखा था। पुलिस जब उसके मोबाइल कॉल की जांच कर रही थी।इसकी शिकायत पुलिस को मिल रही थी।
मुख्य शातिर आरोपी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर
बता दे कि मुख्य शातिर आरोपी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। छापेमारी के बाद एसडीपीओ सरैया चंदन कुमार ने राजेपुर ओपी जाकर मामले की छानबीन की। इसमें पता चला कि शातिर शेयर बाजार का जानकार है। वह शेयर मार्केट के नाम पर भी गोरखधंधा चला रहा था। इसी बीच पुलिस को यह जानकारी मिली कि वह साइबर फ्रॉड के काम से जुड़ा है। इसके बाद साइबर सेल और राजेपुर ओपी की पुलिस छापेमारी की। शातिर के पिता, भाई को हिरासत मे लेकर पूछताछ की जा रही है।