Tuesday, November 18, 2025
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धर्मांतरण : महाराष्ट्र पुलिस ने बद्दो से जानी ‘द मुंब्रा स्टोरी’ की हकीकत

संजीव शर्मा संवाददाता


गाजियाबाद। गेमिंग के जरिए नाबालिगों का धर्मांतरण कराने वाले गैंग के सरगना बद्दो उर्फ शाहनवाज मकसूद को केस दर्ज होने के 12 दिन बाद आखिरकार यूपी व महाराष्ट्र की पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई के बाद पकड़ ही लिया। बद्दो को गिरफ्तार कर महाराष्ट्र के मुंब्रा ठाणे ले जाया गया। जहां महाराष्ट्र के पुलिस अधिकारियों ने गेमिंग के जरिए धर्मांतरण का गेम करने वाले मास्टरमाइंड से पूछताछ की। बताया गया है कि महाराष्ट्र पुलिस ने बद्दो से ‘द मुंब्रा स्टोरी’ के बारे में लंबी पूछताछ की। सूत्र बताते हैं कि महाराष्ट्र पुलिस बद्दो के ट्रांजिट रिमांड मिलने में देरी करना चाहती है, ताकि उससे इस संबंध में पुख्ता पूछताछ की जा सके।

गुजरात से आई कॉल से मचा मुंब्रा में हडक़ंप तो विरोध में उतरे एनसीपी विधायक
धर्मांतरण के मुद्दे पर आधारित फिल्म ‘द केरला स्टोरी’ से अधिक इन दिनों ‘द मुंब्रा स्टोरी’ चर्चाओं में है। गेमिंग के जरिए धर्मांतरण का मामला गाजियाबाद में उजागर होने के बाद डीसीपी सिटी निपुण अग्रवाल के पास गुजरात से आई एक कॉल ने महाराष्ट्र के मुंब्रा इलाके में हडक़ंप मचा कर रख दिया है। कॉल के दौरान गुजरात निवासी उपदेश राणा ने मुंब्रा में 400 लोगों का धर्मांतरण होने का दावा किया था। राणा द्वारा किया गया दावा मीडिया की सुर्खियों में आया तो वहां के एनसीपी विधायक डा.जितेन्द्र आव्हड इसके विरोध में उतर आए। एनसीपी विधायक ने दावा कर दिया कि अगर पुलिस 400 के बजाए धर्म परिवर्तन कर चुके चार लोग भी मुंब्रा में सामने ले आए तो वह राजनीति छोड़ देंगे। संवेदनशील मुद्दे पर इस तरह के बयान को उन्होंने गैर जिम्मेदाराना बताते हुए महाराष्ट्र पुलिस से शिकायत की। ट्वीट के जरिए विधायक ने कहा कि मुंब्रा में 20 फीसद हिंदू आबादी है। वहां माहौल बिगाडऩे का प्रयास किया जा रहा है। जारी बयान को उन्होंने राजनीति से प्रेरित बताया। इसके लिए विधायक ने मुंब्रा सिटी के पक्ष में महाराष्ट्र पुलिस से सर्पोट मांगी है।

‘द मुंब्रा स्टोरी’ की सच्चाई जानने में जुटी महाराष्ट्र पुलिस
‘द मुंब्रा स्टोरी’ की हकीकत जानने के लिए महाराष्ट्र पुलिस शनिवार को गाजियाबाद के कविनगर थाने पहुंची थी। टीम में शामिल मुंब्रा के क्राइम ब्रांच इंस्पेक्टर मालोजी सिंधे ने स्थानीय पुलिस से 400 लोगों के धर्मांतरण के बारे में जानकारी की और सबूत जुटाने की कोशिश की। धर्मांतरण मामले से जुड़े सबूत और दस्तावेजी साक्ष्य लेकर सिंधे अपनी टीम के साथ वापस लौट गए। सिंधे का कहना था कि वह ‘द मुंब्रा स्टोरी’ की हकीकत जानने ही यहां आए थे। मुंब्रा में 400 लोगों के धर्मांतरण का मुद्दा गर्माया हुआ है। यह कहां से शुरू हुआ इसकी उन्हें जानकारी है। इस संबंध में मुंब्रा निवासी दिव्या जानी नामक लडक़ी ने उपदेश राणा को कॉल कर यह सूचना दी थी। जिसके आधार पर उपदेश राणा द्वारा गुजरात से कॉल कर डीसीपी सिटी निपुण अग्रवाल को द मुंब्रा स्टोरी की कहानी सुना दी गई। सिंधे का कहना था कि मुंब्रा में धर्मांतरण का सिर्फ एक केस पता चला है, वह भी धर्मांतरण करने वाला शख्स दिव्या का पिता राजेश जानी गायब है। पुख्ता तौर पर अभी कोई सबूत नहीं मिले हैं। बावजूद इसके मामले की जांच जारी है। लेकिन अब बद्दो की गिरफ्तारी के बाद महाराष्ट्र पुलिस का जोर मुंब्रा में 400 लोगों के धर्मांतरण के दावे की पुष्टि करने पर है ताकि ‘द मुंब्रा स्टोरी’ की हकीकत सामने लाई जा सके।

दोस्त की सूचना पर भागा था और दोस्त के ही घर से पकड़ा गया बद्दो
धर्मांतरण के मामले में कविनगर थाना पुलिस ने 30 मई को केस दर्ज किया था। केस में ठाणे के मुंब्रा निवासी बद्दो उर्फ शाहनवाज मकसूद को नामजद किया गया था। धर्मांतरण की खबर मीडिया में आने के बाद सूचना महाराष्ट्र तक पहुंची थी। बताया गया है कि व्हाट्सएप ग्रुप पर धर्मांतरण की न्यूज देखकर बद्दो के दोस्त ने उसे जानकारी दी थी। जिसके बाद 1 जून को बद्दो अपने परिवार के साथ घर छोडक़र फरार हो गया था। इसके बाद से पुलिस उसे गिरफ्तार नहीं कर सकी थी। इत्तेफाक देखिए कि बद्दो दोस्त की ही सूचना पर घर से भागा था और रविवार को पुलिस ने उसे घर से 100 किमी.दूर एक दोस्त के घर से गिरफ्तार किया है। पुलिस का कहना है कि बद्दो को यहां लाकर उससे उसके नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों के बारे में जानकारी जुटाई जाएगी।

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