राम नरेश
पटना। पूर्णिया जिले के रूपौली उपचुनाव में 13 उम्मीदवार मैदान में हैं।पति व बेटे के गिरफ्तारी वारंट और पार्टी के समर्थन की कमी के कारण उम्मीदवार के लिए चुनौतियां बढ़ गई हैं। आरजेडी और जेडीयू उम्मीदवारों के बीच प्रतिस्पर्धा, साथ ही सीपीआई की भूमिका की अनुपस्थिति, एक भयंकर चुनावी लड़ाई के लिए मंच तैयार करती है।
पूर्णिया जिले के रुपौली विधानसभा उपचुनाव को लेकर राजद की राह आसान नहीं है। राजद ने लोकसभा चुनाव में पूर्णिया से हार चुकी बीमा भारती को प्रत्याशी बनाया है, जबकि एनडीए की ओर से जदयू ने कलाधर प्रसाद मंडल को चुनावी मैदान में उतारा है। बिहार की एक मात्र रुपौली सीट पर हो रहे उपचुनाव में 13 प्रत्याशियों ने पर्चा दाखिल किया था, जिसमें से एक प्रत्याशी का नामांकन रद्द कर दिया गया है। इस सीट पर 10 जुलाई को मतदान होना है।
बीमा भारती के जदयू छोड़कर राजद में जाने के कारण यह सीट खाली हो गई थी।पूर्णिया के भवानीपुर के चर्चित व्यवसायी गोपाल यादुका की हत्या के मामले में पूर्व विधायक बीमा भारती के पति अवधेश मंडल और बेटे राजा कुमार के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी हो गया है। वारंट जारी होने के साथ ही अवधेश मंडल और राजा कुमार की तलाश में पुलिस ने छापेमारी तेज कर दी है। इससे बीमा की मुश्किलें बढ़ गई हैं।
पिछले चुनाव में यह सीट महागठबंधन के तहत भाकपा को मिली थी, लेकिन इस उपचुनाव में राजद ने अपना प्रत्याशी उतारा है। पिछले चुनाव में जदयू की बीमा भारती ने भाकपा के विकास चंद्र मंडल को 19 हजार से ज्यादा मतों से हराया था। इस बीच, कहा जा रहा है कि इस उपचुनाव में पूर्णिया लोकसभा चुनाव से नव निर्वाचित सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव की भूमिका महत्वपूर्ण होगी। यादव पहले ही कह चुके हैं कि एक नया चेहरा रुपौली विधानसभा की जनता को मिलने जा रहा है। सांसद के इस बयान से भी राजद प्रत्याशी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।