संदिप कुमार गर्ग
जहां इस उम्र में युवा ग़लत चीज के आदि होते है ।वहाँ ये युवा उनके लिए एक प्रेणास्रोथ भी की इस उम्र में ना जाने ये कितनी माता बहनों की सेवा करता है युवाओ को सिख लेनी चाहिए एसे युवाओ से जो समाज के लिए देश के लिए इतना अच्छा कार्य कर रहे है ।ये युवा सोनू राणा अब तक कई बेशहरा बहनो का अंतिम संस्कार भी कर चुके है ।जहां लोग अपनो को कंधा देने में शर्माआते है वहाँ ये युवा उनका बेटा बन उनकी पूरी अंतिम क्रिया करता है।ये युवा एक एसी संस्था के लिए कार्य करता है जो अपनी सेवा के लिए पूरे देश में प्रसिद्ध है।ये कहावत बिलकुल सत्य है कि अच्छा कर्म करने के लिए उम्र की नहीं मन के भाव की आवश्यकता है सेल्यूट है एसी युवा शक्ति को एसी सोच को जो अपने लिए नहीं समाज और देश के लिए जीता है