सुरेन्द्र दुआ संवाददाता
नूंह। जिला की एक मात्र तावडू नगर पालिका का अध्यक्ष व उपाध्यक्ष समेत पार्षदों का 13 जून को 5 वर्ष का कार्यकाल समाप्त हो गया था। एसडीएम तावडू संजीव कुमार ने नपा के बतौर प्रशासक अपना पदभार संभाल लिया है। एसडीएम कम प्रशासक ने नपा के अधिकारियों व कर्मचारियों के संग बैठक लेकर शहर की साफ-सफाई, अतिक्रमण, विकास कार्य व अन्य मुददों आदि पर धरातल पर कार्य करने के लिए भी आवश्यक दिशा निर्देश दिये हैं। पालिका के कामकाज में अब जन प्रतिनिधियों का दखल न रहने के बावजूद कई दावेदार व निवर्तमान पार्षद नपा प्रशासन की कथित मस्तीमार योजना को आने वाले समय में कथिततौर से देखने तक की धमकी देने में गुरैज नहीं कर रहे हैं।
देखना अब यह होगा कि चुने गए जनप्रतिनिधियों के 5 साल के कार्यकाल व अब प्रशासक के नेतृत्व वाली कारगुजारियों का धरातल पर क्या होगा यह तो समय ही बतायेगा, लेकिन जिला की नूंह नप व नपा के अधिकारियों व कर्मचरियों की कारगुजारियों की बात किसी से भी छिपी हुई नही हैं। शासन-प्रशासन भी अच्छी तौर से इस बात से वाकिफ है। चुने गए जनप्रतिनिधियों के कार्यकाल के दौरान मासिक बैठकों, जिला के जनता दरबार, लोक परिवाद की बैठक व डीएमसी आदि के यहां विकास कार्य, लोगों की परेशानी, गलत प्रोपट्री आईडी सर्वे, एनडीसी, साफ- सफाई, सरकार की विकास परियोजनाएं व नपा से संबंधित मामलों की गूंज रहने का सरकारी तौर पर कोई हल न निकल पाने से प्रतिनिधि स्वंय को ठगा सा महसूस करने की बात जग जाहिर हैं।
तावडू नपा के निवर्तमान उपाध्यक्ष कर्मसिह उर्फ कल्लू, उनती पत्नी निवर्तमान पार्षद सुन्दरवती, सुरेन्द्र प्रजापति, पोहप सिंह, ज्ञानीराम वर्मा, सुरेन्द्र गर्ग, माया देवी, प्रकाश देवी, निवर्तमान पार्षद प्रतिनिधि देवेन्द्र सिह, जोगिन्दर सिंह, विजयपाल आदि का कहना है कि उनका कार्यकाल बेशक पूरा हो चुका हैं और पालिका की कमान एसडीएम को बतौर प्रशासक मिल चुकी हैं। उनके अनुसार पूरे 5 साल लोगों की समस्याओं के लिए लडाई लडी थी, लेकिन कथिततौर से उनकी कोई सुनवाई न होने से शहर का विकास कार्य व समस्याओं का समाधान नहीं हो सका हैं, अब हम देखेंगे की प्रशासक की नीतियों पर नपा के अधिकारी-कर्मचारी कितना ध्यान देंगे। यह बात आने वाला समय ही बतायेगा।
इस बारे में तावडू नपा सचिव अन्न जल वायु ने माना कि पालिका अध्यक्ष ,उपाध्यक्ष समेत चुने गए जनप्रतिनिधियों का कार्यकाल समाप्त हो जाने से तावडू के एसडीएम ने बतौर प्रशासक पालिका का पदभार संभाल लिया था, उन्होंने बताया कि अध्यक्ष समेत चुने गए जनप्रतिनिधियों का पालिका के कामकाज मे अब कोई दखल नही होगा।