संदिप कुमार गर्ग
श्री प्रभु राम द्वारा शिवजी के धनुष को किस प्रकार तोड़ा और फिर लक्ष्मण परशुराम संवाद के बारे में बताया गया उसके बाद सीता विवाह कराया गया और श्री राम माता सीता विवाह की झांकी दिखाई गई और उसके बाद अयोध्या के राजा दशरथ द्वारा दिए महारानी कैकई को दिए वरदान को पूर्ण करने के लिए श्री राम जी को 14 साल के वनवास और अपने पुत्र भरत को अयोध्या के राजा बनाने के लिए बोला और सुंदर-सुंदर भजनों की प्रस्तुति की गई और बधाई गीत गाया गया जिस पर भक्तजन झूमे नाचे कथा के उपरांत आरती की गई।
कथा के मौके पर विशिष्ट अतिथि नवीन मिश्रा भाजपा कपिल धारीवाल पवन कुमार, राहुल शर्मा, मीडिया प्रभारी गोपाल गुप्ता, गौरव सिंह मेहरा, और कार्तिकेय शर्मा, दीपक सिंह मेहरा, चंचल सिंह, मुरलीधर, लता भट, ममता शर्मा, प्रिंस अरुण शर्मा, कंचन गुप्ता आदि समस्त भक्तजन मौजूद रहे।।।