सुलतानपुर। चेन्नई के सीसीटीवी कैमरे में कैद नवनीत पाण्डेय उर्फ सौरभ का सुलतानपुर स्थित थाना जयसिंहपुर की घटना से नाम जोड़ने का मामला आया चर्चा में। नवनीत के जरिये पुलिस टीम पर फायरिंग समेत अन्य आरोपो से जोड़ा जा रहा मामला। मिली जानकारी के मुताबिक पुलिस ने पकड़े गये आरोपियो के बयान को आधार बनाकर एफआईआर में नवनीत के नाम का किया है जिक्र। ऐसे में सामने आये सीसीटीवी फुटेज के मुताबिक बताई जा रही घटना के समय जब नवनीत रहा चेन्नई में तो पकड़े गये आरोपियो ने आखिर क्यों लिया नवनीत का नाम। क्या किसी साजिश के तहत लिया गया नवनीत का नाम या पुलिस ने स्वयं ही स्टोरी तैयार कर अपनी एफआईआर में मनमुताबिक बना ली कहानी। एफआईआर में नाम आने को आधार बनाकर पुलिस पहुँची नवनीत के घर तो इस कहानी का हुआ भंडाफोड़
जयसिंहपुर थाना क्षेत्र स्थित मैधन निवासी ओमप्रकाश पाण्डेय ने अपने बेटे नवनीत पाण्डेय को फर्जी तरीके से केस में फंसाने की साजिश रचने समेत अन्य गम्भीर आरोप लगाते हुए एसपी से प्रकरण की शिकायत कर की है निष्पक्ष जांच की मांग। शिकायतकर्ता ने उनके विपक्षियों से यराना निभाने वाले निरीक्षक राम उग्रह कुशवाहा व उनके सहयोगियों पर अपने बेटे नवनीत को फर्जी तरीके से फंसाने की साजिश रचने समेत लगाये है अन्य गम्भीर आरोप। शिकायतकर्ता ने उपलब्ध सीसीटीवी फुटेज व अन्य साक्ष्यों के आधार पर एसपी कुंवर अनुपम सिंह से जताई है न्याय की उम्मीद। घटना के समय नवनीत पाण्डेय की मौजूदगी दूसरे प्रदेश में है तो विवेचक हीरालाल यादव को उच्चाधिकारी दे सकते है उचित निर्देश। फिलहाल यदि नवनीत घटना के समय बाहर है तो मुकदमे में उसका नाम लाने के पीछे पकड़े गये आरोपियो या पुलिस टीम में किसका है वास्तविक रोल,उठ रहा सवाल ?
सामने आई जानकारी के मुताबिक बीते सात अप्रैल की रात 09:35 बजे की घटना बताकर इंस्पेक्टर राम उग्रह कुशवाहा ने अपने थाना जयसिंहपुर में दर्ज कराया है मुकदमा। अपने मुकदमें में राम उग्रह कुशवाहा ने आरोपी विश्वास तिवारी निवासी अलावलपुर-जयसिंहपुर, शाश्वत सिंह निवासी बहाउद्दीनपुर-गोसाईगंज व विनय तिवारी निवासी बेलहरी-मोतिगरपुर को अवैध असलहों व फर्जी नम्बर प्लेट के साथ कार की बरामदगी बताकर की है जेल भेजने की कार्रवाई।पुलिस की एफआईआर के मुताबिक पकड़े गये आरोपियो में से एक आरोपी ने अपने तीन अन्य साथियों को भी पीछे ग्लेमर मोटर साइकिल से आने की बताई है बात। पुलिस टीम के जरिये ग्लेमर सवार तीनो आरोपियो को रोकने का किया गया प्रयास तो उनके जरिये पुलिस टीम पर फायरिंग करने की भी बताई गई है बात। हालांकि तेज तर्रार व फुर्तीली पुलिस मुल्जिमो की फायरिंग से अपने को पूरी तरीके से सुरक्षित करने में रही सफल
सामने आई कहानी के मुताबिक पुलिस की आंखों में धूल झोंककर ग्लेमर सवार तीनो आरोपी भागने में रहे सफल,लेकिन छूट गई उनकी मोटर साइकिल। पुलिस रिपोर्ट के मुताबिक पकड़े गये कार सवार आरोपियो में एक आरोपी के बयान के अनुसार आदित्य उर्फ हंटर, आदित्य उर्फ आदी व नवनीत पाण्डेय चलाते है बरामद ग्लेमर मोटर साइकिल। फिलहाल इस बयान से नहीं हो रही कथित फरार तीनो आरोपियो की मौजूदगी साबित,क्योंकि घटना के समय अन्य लोगो के जरिये भी बरामद ग्लेमर मोटर साइकिल चलाया जाना माना जा रहा सम्भव। मिली जानकारी के मुताबिक एफआईआर में लिखी गई कहानी को आधार मानकर नवनीत पाण्डेय को खोजने उसके घर पहुँची पुलिस तो उनके घरवालों को हुई पुलिसिया कहानी की जानकारी। शिकायत कर्ता ओमप्रकाश पाण्डेय उर्फ गाटे पाण्डेय के मुताबिक कुछ विपक्षियों के षड़यंत्र व पुलिस की मिलीभगत के चलते उनके परिवार वालो को पहले भी फर्जी मुकदमो में फंसाकर बनाया जा चुका है साजिश का शिकार
आरोप के मुताबिक उनके बच्चे गंवई विवाद से दूर होकर पढ़ाई -लिखाई या अपने रोजगार में है व्यस्त तो अब उन्हें भी फंसाकर भविष्य चौपट करने के इरादे से रचा जा रहा खेल। शिकायतकर्ता के मुताबिक बार-बार ऐसे ही फर्जी कहानी रचकर उन्हें मुल्जिम बनाने का किया जाता है प्रयास और समय पर इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य जैसे विश्वसनीय प्रमाण न दे पाने की वजह से उन्हें फंसा दिया जाता है फर्जी मुकदमे में। शिकायतकर्ता के मुताबिक संयोग से इस बार पुलिस के जरिये बताई गई घटना के समय उनका बेटा नवनीत करीब 2000 किमी दूर मौजूद दिख रहा सीसीटीवी कैमरे की नजर में,नहीं तो उसे निश्चित रूप से पुलिस साबित कर देती मुल्जिम और वह नहीं दे पाता कोई सफाई। ओमप्रकाश पाण्डेय ने एसपी से अपनी दास्तां बयां कर लगाई है फर्जी मुकदमो से बचाने व इस खेल में शामिल जिम्मेदारो के प्रति कार्रवाई की गुहार,गजब का है पुलिसिया वार। वहीं सामने आई सीसीटीवी फुटेज व अन्य साक्ष्यों की गहनता से जांच करने के बाद शिकायत कर्ता के बेटे को बेवजह न फंसाने की भी जताई जा रही संभावना,सीसीटीवी फुटेज से इस बार चूक सकता है विपक्षियों की साजिश का वार,फिलहाल किसकी बातों में कितना है दम,आगे की जांच में सब कुछ होगा साफ।