संदिप कुमार गर्ग
नोएडा। रविवार को ज़ेवर विधायक धीरेन्द्र सिंह ने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) के तहत महिला स्वयं सहायता समूह की सदस्यों के साथ संवाद किया। मुख्य अतिथि और जेवर विधायक धीरेन्द्र सिंह ने कहा कि “यद्यपि यह क्षेत्र औद्योगिक रूप से विकसित होने जा रहा है तथा यहां लगने वाले टेक्सटाइल उद्योगों में 70 प्रतिशत महिलाओं को रोजगार मिलेगा, लेकिन उससे पहले ही ग्रामीण अंचल में ऐसी इकाइयों स्थापित करने का इरादा रखती हैं, जिससे वहां रोजगार की उपलब्धता हो और आर्थिक रूप से सम्पन्नता आ सके, जिसके लिए हम एमएसएमई के सहयोग से ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को ट्रेनिंग के साथ साथ उनको योग्यतानुसार काम देंगे और ऐसा मंच प्रदान करेंगे, जहां उनके हाथों से बनाए गए उत्पादों की बिक्री देश और विदेश में की जा सके। हम इस मुहिम से ग्रामीण परिवेश के पढ़ें लिखे नौजवानों की जोड़ेंगे, जिससे वह भी इस मुहिम का हिस्सा बनकर रोजगारोन्मुख हो सकें।”
जेवर विधायक धीरेन्द्र सिंह के साथ हैंडलूम एंड हैंडीक्राफ्ट चेयरमैन श्री सीपी शर्मा, पानीपत से नीलांबर सिंह, महिला उद्यमी याशिका गुप्ता और आंचल बोरा के साथ साथ राष्ट्रीय किसान कल्याण परिषद के अध्यक्ष सुधीर त्यागी और भारतीय जनता पार्टी जनपद गौतमबुद्धनगर के वरिष्ठ नेता सुशील शर्मा भी मौजूद रहे। मुख्य अतिथि जेवर विधायक श्री धीरेन्द्र सिंह ने आगे कहा कि “जब तक यहां उद्योग धंधे स्थापित हो, तब तक हम अपने गांवों को इतना मजबूत बना दें कि उनके उत्पादों की डिमांड पूरी दुनिया में हो। महिलाओं के सहयोग से यह देश तेजी से तरक्की करेगा। आज देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी और प्रदेश के मुख्यमंत्री माननीय श्री योगी आदित्यनाथ जी चाहते हैं कि ग्रामीण परिवेश को मजबूत कर, देश को मजबूत किया जाए। आज देश और दुनिया में हाथ से बने उत्पाद की बहुत डिमांड है।”
पानीपत इंडस्ट्री से नीलांबर सिंह ने कहा कि “टेक्सटाइल के माध्यम से हम वर्ल्ड शक्ति बन सकते हैं। हम आपको ऑनलाइन क्लासेस उपलब्ध कराएंगे। आपके पास बहुत शक्ति और बहुत ताकत है। इसलिए आप जेवर को गहना बना सकती हैं। हम आपके साथ हैं और हमेशा रहेंगे।” महिला उद्यमी याशिका गुप्ता ने महिला स्वयं सहायता समूह की सदस्यों की हौसला अफजाई करते हुए कहा कि “महिलाओं के लिए अपना जीवन समर्पित कर चुकी हूं और उन्हें आगे बढ़ना ही मेरा सपना है। आप अपने अंदर छुपी हुई प्रतिभा के माध्यम से अपने उत्पादकों का प्रचार और प्रसार देश और विदेश में कर सकते हैं। जब तक हम अपने कार्य में सफल न हो जाए, हमें हिम्मत नहीं हरनी होगी और लगातार आगे बढ़ना होगा।”