संदिप कुमार गर्ग
कई बार लगा चुके है गुहार
लोगों द्वारा सड़कों को लेकर प्राधिकरण और सरकार को कई बार गुहार लगाई जा चुकी है। लेकिन सुनवाई नहीं हो रही है। देखा जाए तो जाने आने की जगह नहीं सभी जगह गढे है। सोसायटी में अतिक्रमण हो रखा है, गाड़ी रखने की जगह तक नहीं है। देखा जाए तो सड़क की हालात इतनी खराब हो गई है कि थोड़ी सी चूक हुई तो दुर्घटना तय है। कटी सड़कों से लोगों की जान भी जा सकती है। इसके बाद भी जिम्मेदार इन सड़कों को चलने लायक बता रहे हैं। इन सड़कों पर रोज चार जिले बालोद, दुर्ग, धमतरी व राजनांदगांव के एक लाख से अधिक लोग आना-जाना कर रहे हैं। इसके बाद भी विभाग खस्ताहाल सड़कों की सुध नहीं ले रहा है। यहां तक कि गड्ढों को भरा तक नहीं जा रहा है। गौरतलब है कि दो से तीन किलोमीटर डामरीकरण सड़क निर्माण के लिए औसतन एक करोड़ रुपए खर्च किया गया। इसके बाद भी उखड़ी सड़कों ने घटिया निर्माण की पोल खोल दी है।