संदिप कुमार गर्ग
नोएडा। छठ महापर्व की शुरुआत आज से नहाए-खाए के साथ होने जा रही है। इस अवसर पर घाटों पर तैयारियों का दौर जारी है, लेकिन कालिंदीकुंज घाट की स्थिति श्रद्धालुओं के लिए चिंता का कारण बनी हुई है। पिछले 20 वर्षों से यहां छठ पूजा समिति द्वारा आयोजन किया जाता रहा है, लेकिन इस बार घाट पर यमुना का जहरीला पानी, कीचड़, और अव्यवस्थित स्थल श्रद्धालुओं के लिए बड़ी चुनौती बनते दिखाई दे रहे हैं।
छठ पूजा समिति के कोषाध्यक्ष संतोष केसरी और सचिव राजेश केसरी के अनुसार, घाट की तैयारियों के लिए प्राधिकरण और पुलिस प्रशासन के अधिकारी दौरा कर चुके हैं। उनका कहना है कि 7 नवंबर को पानी की आवश्यकता होगी, जिस पर प्रशासन के सहयोग से गेट खोलकर पानी की व्यवस्था की जाएगी। हालांकि, त्योहार की छुट्टियों के कारण सफाई के लिए मजदूरों की कमी और प्राधिकरण की ओर से उपकरण न भेजे जाने के कारण काम में रुकावट आ रही है। बावजूद इसके, समिति का दावा है कि जल्द ही तैयारियां पूरी कर ली जाएंगी।
घाट पर कीचड़ का जमावड़ा श्रद्धालुओं के लिए जोखिम भरा है। यहां पैर रखते ही लोग फिसल सकते हैं, जिससे चोटिल होने की संभावना बढ़ जाती है। इसके अतिरिक्त, यमुना का प्रदूषित पानी बीमारियों का कारण बन सकता है। घाट तक जाने वाले रास्तों में भी बड़ी-बड़ी घास और झाड़ियां उगी हैं, जो कीड़ों-मकोड़ों का आश्रय बनी हुई हैं और किसी भी अनहोनी का कारण बन सकती हैं। प्रशासन और समिति के समन्वय से अगर जल्द ही व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं, तो श्रद्धालुओं के लिए यह महापर्व सुरक्षित और सुखद रूप से मनाया जा सकेगा।
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