भवेश कुमार
प्राप्त जानकारी के अनुसार दो बाइक सर सवार होकर चार लोग आए जिनके हथों में हथियार के और एजेंसी परिसर में घुस गए। वे सीधे अंदर पहुंचकर कर्मचारियों को डराने-धमकाने लगे और बदमाशों ने मैनेजर को गन पॉइंट पर ले लिया। जिसके कुछ मिनटों में बाद कैश काउंटर से करीब दो लाख रुपये लूट लिए, जिसके बाद अपराधी मौके से भाग गए।
बता दे कि घटना की सूचना मिलने पर एसडीपीओ टाउन-वन सीमा देवी और नगर थानाध्यक्ष शरत कुमार मौके पर पहुंचे। पीड़ितों से पूछताछ की गई। गोदाम के बाहर एक घर में सड़क की ओर से लगे सीसी कैमरा को खंगाला गया, लेकिन लुटेरों का सुराग नहीं मिला। पूछताछ में पता लगा कि घटना के बाद चारों लुटेरे चेंबर आफ कामर्स वाले रोड की ओर भाग निकले। इसी आधार पर पुलिस छापेमारी कर रही है।
एजेंसी संचालक मोतीलाल राजपाल ने बताया कि गोदाम में उनके भाई सुशील कुमार समेत छह कर्मी मौजूद थे। प्रतिदिन रात नौ बजे तक कैश का मिलान करने के बाद काउंटर बंद कर निकल जाते है। शनिवार रात भी सभी कैश मिलान कर रहे थे। तभी दो बाइक से चार बदमाश पहुंचे। सभी ने चेहरे को गमछा और हेलमेट से ढंक कर रखा था।
बता दे कि मुजफ्फरपुर में इस तरह की लगातार हो रही घटनाएं पुलिस प्रशासन की कार्यशैली पर निशान खड़ा करता जा रहा है। व्यापारियों और आम लोगों की सुरक्षा एक बार फिर चर्चा का विषय बन गया है।