संदिप कुमार गर्ग
नई दिल्ली। ज्ञान फाउंडेशन ने अंबेडकर के दृष्टिकोण को सम्मान देते हुए अंत्योदय थिएटर फेस्टिवल 2024 की घोषणा की, जिसका विषय है, “अंबेडकर के विचार को पूर्ण करती मोदी सरकार” ज्ञान फाउंडेशन ने अंत्योदय थिएटर फेस्टिवल 2024 की घोषणा की है, जो डॉ. बी. आर. अंबेडकर के आदर्शों पर आधारित एक असाधारण उत्सव है, जिसका आयोजन “बाबा साहब अंबेडकर के विचार को पूर्ण करती मोदी सरकार” थीम के तहत किया जाएगा। नई दिल्ली में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान ज्ञान फाउंडेशन के संस्थापक सदस्य डॉ. सुमीत भसीन ने इस प्रतिष्ठित महोत्सव के पोस्टर का आधिकारिक रूप से अनावरण किया। उनके साथ ज्ञान फाउंडेशन के अध्यक्ष सुबोध कुमार और ज्ञान फाउंडेशन के महासचिव डॉ. रविंदर कुमार भी मौजूद रहे।
अंत्योदय थिएटर फेस्टिवल 2024 का उद्देश्य प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शासित एनडीए सरकार द्वारा डॉ. बी.आर. अंबेडकर के सामाजिक न्याय, समानता और हाशिए पर पड़े लोगों के उत्थान के मूल आदर्शों के अनुरूप की गई विभिन्न पहलों और नीतियों को उजागर करना है। इस थिएटर फेस्टिवल के माध्यम से, ज्ञान फाउंडेशन यह दर्शाने का प्रयास कर रहा है कि कैसे मोदी सरकार ने समाज के सबसे वंचित समुदायों पर सकारात्मक प्रभाव डाला है तथा डॉ बी. आर. अंबेडकर के समावेशी भारत के सपने को पूर्ण करने पर जोर दिया है। अंत्योदय थिएटर फेस्टिवल 2024 कलाकारों को अंबेडकर के विचारों और मोदी सरकार के परिवर्तनकारी शासन के बीच तालमेल को तलाशने और व्यक्त करने का एक मंच प्रदान करता है। दर्शक कला और महत्वपूर्ण सामाजिक विषयों को जोड़ने वाले प्रदर्शनों के एक प्रभावशाली मिश्रण की अपेक्षा कर सकते हैं। इस महोत्सव में देश भर के थिएटर समूहों से भागीदारी आमंत्रित की गई है, जिसके लिए आवेदन की अंतिम तिथि 15 अक्टूबर 2024 निर्धारित की गई है, तथा स्क्रिप्ट प्रस्तुत करने की अंतिम तिथि 31 अक्टूबर 2024 निर्धारित की गई है। चयनित टीमें दिसंबर 2024 में प्रदर्शन करेंगी, जिसमें शीर्ष प्रदर्शनों को मान्यता देते हुए पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित किया जाएगा।
पोस्टर लॉन्च के अवसर पर, डॉ. सुमीत भसीन ने अंबेडकर जी के विज़न के बारे में कहा कि “बाबा साहेब अंबेडकर का भारत को संविधान देने का मुख्य उद्देश्य यह था कि देश के वंचित और पीड़ित समाज को इसके माध्यम से सीधा लाभ मिल सके। मोदी सरकार ने उसी वंचित और पीड़ित समाज को सरकारी सुविधाएं बिना किसी सुविधाशुल्क के उपलब्ध कराने का सराहनीय कार्य किया है।” श्री सुबोध कुमार ने कहा कि, “यह उत्सव सिर्फ़ रंगमंच का जश्न मनाने के बारे में नहीं है, बल्कि यह समाज के ज्वलंत मुद्दों को समझने और उन पर संवाद करने का एक प्रभावी माध्यम है। यह कार्यक्रम प्रतिभागियों को अपने कौशल विकसित करने और सामाजिक बदलाव को बढ़ावा देने वाली बातचीत को बढ़ावा देने के लिए सशक्त बनाता है।” अंत्योदय नाट्य महोत्सव के लिए चयन प्रक्रिया और नियम व शर्तों के बारे में बताते हुए डॉ. रविंदर कुमार ने कहा, “इस प्रतियोगिता के लिए चयन एक उच्चस्तरीय समिति द्वारा किया जाएगा, जो उपयुक्त पटकथाओं को सूचीबद्ध करेगी। नाट्य महोत्सव के लिए चयनित विषयों में हाशिए के समुदायों का सशक्तिकरण, शैक्षिक सुधार, ढांचागत विकास, डिजिटल इंडिया, सामाजिक न्याय व आर्थिक उत्थान, और केंद्र सरकार की सामाजिक कल्याण योजनाएं जैसे आयुष्मान भारत, आवास योजना और जन औषधि केंद्र जैसे विषय शामिल हैं। शॉर्टलिस्ट की गई पटकथा वाली टीमें तीन दिनों तक प्रदर्शन करेंगी और उनके प्रदर्शन का मूल्यांकन निर्णायक मंडल द्वारा निर्धारित नियमों के अनुसार किया जाएगा। अभिनय और निर्देशन के लिए 30-30 अंक होंगे, जिसमें पटकथा के लिए 20 अंक होंगे। जहां सेट डिजाइन और प्रॉप्स का मूल्यांकन रचनात्मकता और उनके दृश्य प्रभाव के आधार पर किया जाएगा, वहीं प्रदर्शन की सुसंगतता का भी आकलन किया जाएगा, जिसमें समय सीमा से अधिक होने और महोत्सव के किसी भी दिशानिर्देश का उल्लंघन करने पर अंक काटे जाएंगे। विजेताओं के लिए पुरस्कार राशि इस प्रकार है: प्रथम स्थान के लिए ₹1,25,000, दूसरे स्थान के लिए ₹1,00,000, तथा तीसरे स्थान के लिए ₹75,000। इसके अतिरिक्त, सर्वश्रेष्ठ अभिनेता, अभिनेत्री, निर्देशक, पटकथा, तथा सेट और पोशाक डिजाइन की श्रेणियों के लिए भी पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे। अधिक जानकारी के लिए, भाग लेने वाली टीमों से अनुरोध है कि वे थिएटर फेस्टिवल के नियम और शर्तों को ध्यान से पढ़ें।”
महत्वपूर्ण तिथियाँ:
- आवेदन की अंतिम तिथि: 15 अक्टूबर 2024
- स्क्रिप्ट जमा करने की अंतिम तिथि: 31 अक्टूबर 2024
- प्रदर्शन और पुरस्कार वितरणः दिसंबर 2024