संदीप कुमार गर्ग
नोएडा। आईएमएस-डिजाइन एंड इनोवेशन एकेडमी (डीआईए) के छात्रों ने एकेडमिक एनरिचमेंट कार्यक्रम के तहत नेशनल कॉटेज एम्पोरियम, नई दिल्ली का शैक्षणिक भ्रमण किया। भ्रमण के दौरान विद्यार्थियों ने भारत की समृद्ध हैंडलूम और हस्तशिल्प विरासत, डिजाइन की विविधता एवं समकालीन बाजार प्रवृत्तियों की जानकारी हासिल की। वहीं फैशन डिजाइन के विद्यार्थियों ने पारंपरिक वस्त्र शैलियों, रंग संयोजन, कढ़ाई, बुनाई तकनीक और नवीन डिजाइन तत्वों का गहन अध्ययन किया।
आईएमएस-डीआईए के डीन प्रोफेसर (डॉ.) एमकेवी नायर ने बताया कि एकेडमिक एनरिचमेंट कार्यक्रम के तहत आज का शैक्षणिक भ्रमण विद्यार्थियों के सृजनात्मक दृष्टिकोण को विस्तृत करने के साथ-साथ उन्हें उद्योग के व्यावहारिक पहलुओं से भी जोड़ने का काम किया। इस दौरे से विद्यार्थियों को भारतीय कला एवं संस्कृति की गहराई को समझने का अवसर मिला, साथ ही उन्हें वैश्विक फैशन उद्योग की मांगों के अनुरूप अपनी रचनात्मकता को निखारने की प्रेरणा मिली। उन्होंने कहा कि यह अनुभव भविष्य में छात्रों के डिज़ाइन प्रोजेक्ट्स और पेशेवर करियर में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
आईएमएस-डीआईए की सीएमडी शिल्पी गुप्ता ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि यह शैक्षणिक भ्रमण छात्रों को भारतीय कला और संस्कृति की गहराई को समझने और अपनी रचनात्मकता को नई दिशा देने का अवसर प्रदान करेगा। आईएमएस-डीआईए हमेशा विद्यार्थियों को व्यावहारिक अनुभव उपलब्ध कराने पर जोर देता रहा है, जिससे वे वैश्विक फैशन उद्योग की अपेक्षाओं के अनुरूप खुद को तैयार कर सकें। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि विद्यार्थियों के अकादमिक उत्कृष्टता के साथ-साथ व्यावहारिक ज्ञान और पेशेवर अनुभव प्राप्त करने में यह सहायक होंगे।
वहीं आईएमएस के महानिदेशक प्रोफेसर (डॉ.) विकास धवन ने कहा कि इस प्रकार के अनुभव छात्रों के सृजनात्मक दृष्टिकोण को नई दिशा देते हैं और उन्हें वैश्विक फैशन उद्योग की बदलती मांगों के अनुरूप अपने कौशल को निखारने में मदद करते हैं। उन्होंने कहा कि आज का भ्रमण छात्रों के पारंपरिक हस्तशिल्प और डिजाइन तकनीकों को करीब से देखने एवं आधुनिक जरूरतों की समझ भी विकसित करेगा। साथ ही विद्यार्थियों को व्यावहारिक ज्ञान प्रदान कर उनके पेशेवर करियर को मजबूत आधार देगा