संदिप कुमार गर्ग
जिला महासचिव मोहसिन सैफी ने कहा की नानक के शिष्य मर्दाना होते हैं जहां दादू के शिष्य संत रजब हुए जिन्हें दूल्हा संत भी कहा जाता है इसी देश में मलूक दास के शिष्य माधवमीर हुए। इसी देश में मलिक मौहम्मद जायसी ने महाकाव्य पद्मावत लिखा । इसी देश में रसखान ने कृष्ण पर भजन लिखे इसी देश में दारा शिकोह ने मजमा-उल-बहरीन(दो समुंदरों का संगम) लिखा। जिलाध्यक्ष देवेंद्र गुर्जर ने कहा कि भारत में कोई भी धर्म बाहर से आया हो उसने प्यार के गीत गाये है। इस देश में दरवेश मीराबाई चैतन्य,पंजाब के संत बुल्ले शाह आदि लोग ईश्वर के प्रेम में नाचे हैं और गीत गाये है। भारत की धरती के महापुरुषों ने हमेशा अहिंसा प्रेम का संदेश दिया है। नफरत का संदेश नहीं दिया है यह कौन लोग हैं जो अपने आप को भारत की संत परंपरा का उत्तराधिकारी कहते हैं और नफरत की बात करते हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय सोशलिस्ट मंच सरकार से मांग करता है कि इस प्रकार के कथित मजहबी रहनुमाओ के बयानों पर प्रतिबंध लगाए और उन्हें राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम में कैद किया जाए ताकि समाज में सदभावना, भाईचारा बना रहें और समाज में भिन्न भिन्न समुदाय के बीच आपस में विश्वास कायम रह सकें। इस अवसर पर राष्ट्रीय प्रवक्ता चरण सिंह राजपूत देवेंद्र अवाना देवेंद्र गुर्जर एल के मिश्रा मोहसिन सैफी मोहम्मद यामीन रिहान रोशन सिंह बंटी आमिर साहिल खान गौरव मुखिया मोहम्मद नौशाद अच्छे मियां मुन्ना आलम नेरुलहसन शकील अहमद अंसार अली उस्मान भड़ाना मोहम्मद सद्दाम आशु प्रेम गौरव चौहान कल्याणकारी मित्र उपस्थित रहे।