ऋषि तिवारी
बता दे कि डीसीपी हर्ष इंदोरा ने बताया है कि इंस्पेक्टर संजय कौशिक के नेतृत्व में बनी टीम ने तकनीकी निगरानी और गुप्त सूचना के आधार पर तस्करी में इस्तेमाल ट्रक की मूवमेंट को ट्रैक किया और ट्रक के रास्ते में पड़ने वाले टोल प्लाज़ा, मोबाइल लोकेशन और कॉल डिटेल की गहन जांच की गई। ट्रक को झारखंड के जमशेदपुर से दिल्ली लाते समय बीच में पेपर रोल लादे गए, ताकि गांजे की गंध और शक से बचा जा सके। जिस पर 9 मई की रात को पुलिस ने ट्रक को दिल्ली के रोहिणी इलाके में काली माता मंदिर रोड के पास घेराबंदी कर रोका गया और जांच के दौरान ट्रक के केबिन के पीछे एक गुप्त तहखाना पाया गया, पुलिस ने मौके से दो लोगों को गिरफ्तार किया और जिसकी पहचान सोनीपत निवासी दीपक और सुनील के तौर पर हुई है।