ऋषि तिवारी
नई दिल्ली। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस पार्टी ने कृष्णा नगर कमेटी के अध्यक्ष गुरचरण सिंह राजू को पार्टी से 6 साल के लिए निलंबित कर दिया है, उन पर पार्टी विरोधी गतिविधियों का आरोप लगाया गया है। जिस पर कमेटी के अध्यक्ष गुरचरन सिंह राजू ने कहा कि देवेंद्र यादव दिल्ली में कांग्रेस को डुबाने में लगे है और तानाशाही रवैया अपनाया हुआ है। उनकी जो मर्जी होती है वही करते हैं और दिल्ली के नेता, कार्यकर्ताओं से कुछ भी नहीं पूछते है।
जाने, गुरचरण सिंह राजू की राजनीतिक यात्रा
बता दे कि 1992 से शहर जिला युवा कांग्रेस अध्यक्ष, वरिष्ठ नेताओं के साथ कई चुनावों में सक्रिय भूमिका पर रहे और 2012 में नगर निगम चुनाव में भारी मतों से विजय हुए है। 2020 में विश्वास नगर विधानसभा से चुनाव लड़ा था और 2025 में कृष्णा विधानसभा से चुनाव लड़ा है औरपिछले 7 वर्षों से कृष्णा नगर जिला अध्यक्ष के रूप में सेवा कर रहे है।
प्रवीण शर्मा को हटाने की वजह पूछी तो वह भड़क उठे देवेंद्र यादव
गुरचरन सिंह राजू ने कहा है कि पांडव नगर ब्लॉक के अध्यक्ष प्रवीण शर्मा को बिना उनसे बात किए हटा दिया गया और इसको लेकर को 25 जून को देवेंद्र यादव से मुलाकात की, जब देवेंद्र यादव से उन्होंने प्रवीण शर्मा को हटाने की वजह पूछी तो वह भड़क उठे और उनके साथ दूर व्यवहार करते हुए उन्हें भी पार्टी कार्यालय से भगा दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि सबसे चिंताजनक टिप्पणी तब सुनने को मिली जब देवेंद्र यादव के एक सहयोगी ने कहा कि के.सी. वेणुगोपाल हमारी जेब में हैं, हमारा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता.” इस कथन ने न केवल गुरचरण सिंह को आहत किया, बल्कि पार्टी नेतृत्व की गरिमा और संगठन की मर्यादा पर भी प्रश्नचिह्न खड़ा कर दिया।
गुरचरन सिंह राजू ने देवेंद्र याद पर लगाया आरोप
गुरचरन सिंह राजू ने आरोप लगाया कि हाल ही में हुए यूथ कांग्रेस चुनावों में बड़े पैमाने पर धांधली, पक्षपात और भेदभाव हुआ है। उनके पुत्र हरप्रीत सिंह, जो वर्षों से सक्रिय युवा कार्यकर्ता हैं, उन्हें जानबूझकर निशाना बनाया गया है। उनके पक्ष में पड़े वोटों को एआई प्रणाली के माध्यम से कटवाया गया और अपनी निजी पसंद वाले प्रत्याशी को चुनाव जितवाया है। उनका पार्टी से जुड़ाव 1986 से रहा है और तब से वे पार्टी को ही अपना परिवार मानते आए हैं।