
संध्या समय न्यूज सवाददाता
नई दिल्ली (मोहन गार्डन)। उत्तम नगर के नजफगढ़ रोड के किनारे बसा मोहन गार्डन क्षेत्र काफी बड़ा है। यहां बीते कई सालों से समस्याओं के समाधान की दिशा में दिल्ली नगर निगम कोई कार्रवाई नहीं करती नजर आ रही है। कुड़े की गाड़ी समय पर ना आने से यहां की जनता यहां वहां कुड़ा डालने को मजबूर है।
आपको बता दे कि मोहन गार्डन के राजाखुर्द, गांधी चौक रोड पर कुड़े की गाड़ियों के ना आने से लोग बहोत परेसान है जो कि यहां के एमएलए को भी शिकायत की जा चुकी है फिर भी कोई काम नहीं हुआ है और साथ—साथ दिल्ली नगर निगम आनलाईन नंबर 155305, 155303 पर कॉल लगाते है लेकिन वह भी नहीं लगता है और लग जाता है तो कॉल कोई उठाता नहीं है। आम जनता का कहना है और देखा भी गया है कि उनके कॉल कितने भी लगा लो लगते नहीं है।
कुड़े के ड्राईवरों की दंबगई
यहां पर कॉलोनियों के लोगों का कहना है कि यहां गाड़ी लेट आती है और कुड़े के ड्राईवरों की दंबगई होती है वह एक मिनट भी गाड़ी रोकते नहीं और बोलने पर गाड़ी भगा कर आगे ले जाते है। जिससे यहां आये दिन लोग कुड़ा गाड़ी में नही डाल पाते और गाड़ी एक दिन छोड़कर एक दिन और कभी—कभी तो 2 से 4 दिन तक नहीं आती है, जिससे यहां के रहिवासी कुड़ा खाली प्लोंटों में फेकने पर मजबूर हो जाते है।
दिल्ली नगर निगम प्राईवेट वालों से पैसा कमाने के चक्कर में नहीं रोकते गाड़ी
आम जनता का कहना है कि दिल्ली नगर निगम के अधिकारी है वो प्राईवेट वालों से मिली भगत के कारण सरकारी काम सही से नहीं कर रहे हैजो उन्हें साईट से पैसे कमाने के चक्कर में यहां गाड़ी जान—बूझ कर नहीं रुकने दिया जाता है। क्योंकि यह दिल्ली नगर निगम के अधिकारी प्राईवेट वालों से इस पर भी पैसे लेते है।
देखा जाए तो बहोत से ऐसे खाली प्लॉट है जहां कूड़े जमा है और स्वच्छता अधिकारी से लेकर दिल्ली नगर निगम अधिकारी तक मालूम होने के बाद भी इस पर कार्यवाही नहीं कर रही है। पहले तो आप पार्टी का कहना था कि यह कार्य भाजपा का है लेकिन दिल्ली में देखा जाए तो अब दिल्ली नगर निगम भी आप पार्टी का है।
देखा जाए तो यहा कॉलोनी की सफाई व्यवस्था वर्षों से चौपट पड़ी हुई है। कॉलोनी में न ही ऑटो टिपर आते हैं और न ही सड़क पर झाडू लगाने के लिए कोई कर्मचारी आता है। मजबूरन लोग खाली प्लॉटों में कूड़ा फेंकते हैं। इसके अलावा सड़कें धूल से भरी पड़ी है। लोगों के लिए यहां चलना मुश्किल हो रहा है। लोग अपने स्तर पर जो सफाई कर सकते हैं, वह करते हैं। गंदगी के कारण कॉलोनी के लोग मच्छरों के बीच रहने को मजबूर है।