संदिप कुमार गर्ग
नई दिल्ली। पश्चिमी दिल्ली के मोहन गार्डन में गांधी रोड स्थित बिजली के खंभे पर काम करते समय बिजली विभाग के कर्मी को करंट लगने से मौत हो गई, जिससे कई इलाकों में दो दिनों से बिजली सप्लाई पूरी तरह ठप है।
जानकारी के अनुसार बिजली खंभे पर काम करने के लिए वह चढा था, जिससे उसे करंट लग गया और वह 15 फीट ऊपर से नीचे गिर गया। बिजलीकर्मी की पहचान राम नवल के रूप में हुई है। वह बीएसईएस राजधानी प्राईवेट लिमिटेड में काम करता था और प्राईट ठेकेदारों द्वारा काम करने वाला वर्कर था। जिसके बाद रविवार को मोहन गार्डन थाने पर बीएसईएस कंपनी के काफी संख्या में लाइन मैन इकट्ठा होकर धरना प्रदर्शन करने लगे।
एसएचओ ने बिजली कर्मियों को शांत कराया
बता दें कि सभी बिजलीकर्मी मोहन गार्डन पुलिस चौकी में मृतक को मुआवजा देने की मांग को लेकर जमा हो गए। इसके बाद एसएचओ ने बिजली ठेकेदार से मिलकर मुआवजे की मांग को लेकर काफी लंबी बातचीत के बाद मृतक के परिजनों को 25 लाख रुपए दिए जाने की घोषणा की गई और साथ ही मृतक की बीवी को पेंशन और उनकी बेटी को नौकरी देने की भी घोषणा की गई है।
दो दिनों से बिजली की लाईट नहीं, आम जनता परेशान!
बता दें कि मौत के बाद से मुवावजे की मांग के लिए बिजली कमिर्यो ने काम करना बंद कर दिया, जिसके कारण शनिवार से मोहन गार्डन के गांधी चौक, परशुराम चौक, बुध बाजार, गुरुद्वारा रोड आदि कई इलाकों में खबर लिखे जाने तक बिजली सप्लाई बहाल नहीं हो पाई थी, जिसके कारण आम जनता परेशान हो गई। दूसरे दिन रविवार शाम सात बजे बिजली सप्लाई सुचारु हो गई। इस बीच पानी की सप्लाई भी बंद होने से लोगों की दिनचर्या खराब हो गई। लोग पेयजल के लिए तरसते रहे।
एसडीओ से शिकायत के बाद भी नहीं हुई कोई कार्रवाई !
जानकारी के अनुसार एसडीओ उधम सिंह से शिकायत करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। उनका कहना था कि आधे घंटे में सप्लाई चालू हो जाएगी पर दो दिन तक बिजली सप्लाई बहाल नहीं हो पाई।
लोगों ने बिजली विभाग पर लगाया आरोप
क्षेत्रवासियों का कहना है कि शिकायत करने के बाद भी बिजली विभाग इस हादसे से सीख ले ताकि भविष्य में इस तरह की घटना न हो। एक—दो साल पहले भी पश्चिमी दिल्ली में इस प्रकार की कई घटनाएं हो चुकी हैं।