ऋषि तिवारी
नई दिल्ली। दिल्ली के मोहन गार्डन में 115 और 200 यूनिट बिल का पश्चिम दिल्ली के मोहन गार्डन के बीएसईएस बिजली बिल विभाग बिल में रीडिग में हेरा फेरी कर रही है जिसकी जानकारी और जांच पड़ताल पर मोहन गार्डन के बीएसईएस बिजली बील विभाग की गलतियों का खुलासा होता नजर आ रहा है देखा जाए तो एक मीटर अधिकतर प्लोटों के पीछे लगा दिए जा रहे है।
बिजली विभाग के बिल अधिकारी अपनी गलतियों को दूसरे पर लगाते
मोहन गार्डन के बिजली विभाग के बिल अधिकारी अपनी गलतियों के लेखा जोखा जुटाने में असमर्थ है और जब उसे पूरा और दूसरें मिली भगत से होकर वह बिल दूसरों के रिडिग में डाल देते है। जिसकी जानकारी वहां के रहिवासियों को होती नहीं है। देखा जाए तो बिजली विभाग अपने कई ऐसे काम होते है जो वह दूसरें पर कर रही है।
बिजली विभाग के बिल अधिकारी और बिल्डर से मिलीभगत
बता दे कि आम जनता का कहना है कि आए दिन मोहन गार्डन बीएसईएस बिजली बील विभाग मिटर लगवाने में धाधली करती रही है जिसके काम काज पूरें रहते है उनका नहीं लगाती है और जिसके बिल्डर जैसे लोग जो धांधली करते उनका मिटर पास कर देते है और बात में उनके सपोर्ट से पार्किग मीटर दे देते है जो कि घरों के ऐसे जगह लगाए जाते है जिसे वहां के लोगों मालूम ना पड़े। जब घर बन जाते है तो सब तैयार हो जाते है। जिसमें उसी पते और नाम पर कम से कम 10 मीटर लगावा दिए जाते है और घर बेच दिए जाए है, उसके बाद अधिकार और बिल्डर के मीलि भगत से पीछे का मीटर काटवा दिया जातौ है और उस पर बकाया बिल वहां के रहिवासियों के जो नए मीटर लगे होते है उन पर लगाकर बिजली विभाग आम जनता से पैसे वसूलती है।