संदिप कुमार गर्ग
नोएडा। ब्रह्माकुमारीज़ संस्था के समाजसेवा प्रभाग द्वारा पूर्व मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी प्रकाशमणि जी की 18वीं पुण्यतिथि (25 अगस्त) के अवसर पर भारत और नेपाल स्तर पर 23 अगस्त से एक विशाल रक्तदान महाअभियान प्रारंभ किया गया है। इसकी औपचारिक शुरुआत ब्रह्माकुमारीज़ मुख्यालय, माउंट आबू से हुई। इस अभियान को विश्व बंधुत्व दिवस के रूप में मनाया जा रहा है, जिसका उद्देश्य मानवता, सेवा और करुणा के संदेश को जन-जन तक पहुँचाना है।
अभियान के तहत विभिन्न स्थानों पर आयोजित शिविरों में अत्यंत उत्साह देखने को मिल रहा है। पहले दो दिनों (23 और 24 अगस्त) में 670 शिविरों के माध्यम से लगभग 50,000 यूनिट रक्त एकत्र किया जा चुका है। लक्ष्य है कि 25 अगस्त तक 1500 से अधिक शिविरों के माध्यम से एक लाख यूनिट रक्त एकत्र कर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कराया जाए।
नोएडा में इस राष्ट्रीय स्तर के अभियान का संचालन बीके कीर्ति (लीना दीदी) के मार्गदर्शन में हुआ। इस अवसर पर उन्होंने कहा – “शास्त्रों में कहा गया है – दानं परमं बलम्, अर्थात् दान सबसे बड़ा बल है। रक्तदान एक महान जीवनदान है, जिससे किसी को नया जीवन मिल सकता है। यह सच्ची मानवता की सेवा है।”
बीके ऋतु बहन ने भी अपनी बात रखते हुए कहा – “यह अभियान केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि मानवता और भाईचारे का उत्सव है। हमारे द्वारा दिया गया रक्त किसी अन्य के जीवन की धड़कन बन सकता है।”
नोएडा में आयोजित रक्तदान शिविर विवरण:
1. सेक्टर 75, नोएडा (24 अगस्त, सुबह 9 से शाम 5 बजे)
* स्थल: क्लब हाउस, गोल्फ सिटी, प्लॉट 8
* सहयोगी: रोटरी क्लब ऑफ दिल्ली इंस्पायर व रोटरी नोएडा ब्लड सेंटर
* मुख्य अतिथि: डॉ. किरण बाला (लिवर ट्रांसप्लांट सर्जन), श्री राज (रोटरी),
श्री नरेश विजयवर्गीय (पॉली मेडिक्योर), श्री बृजेश कुमार (AOA अध्यक्ष)
2. सेक्टर 50, नोएडा (23 अगस्त, सुबह 10 से दोपहर 1 बजे)
* स्थल: कम्युनिटी सेंटर, E ब्लॉक
* सहयोगी: जिला सम्मिलित अस्पताल, सेक्टर 39
* अतिथि: श्री गिरीश पराशर (RWA सदस्य)
3. सेक्टर 108, नोएडा (23 अगस्त, सुबह 9 से दोपहर 3 बजे)
* स्थल: क्लब हाउस, डिवाइन मीडोज
* सहयोगी: पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टिट्यूट ऑफ चाइल्ड हेल्थ
* मुख्य अतिथि: डॉ. किरण बाला, डॉ. तपस्विनी प्रधान (ऑन्कोलॉजिस्ट)
महाअभियान की समाप्ति पर समस्त केंद्रों से प्राप्त आँकड़ों को संकलित कर विश्व रिकॉर्ड हेतु प्रस्तुत किया जाएगा। यह सेवा निःस्वार्थ मानवीय सहयोग का अद्वितीय उदाहरण सिद्ध हो रही है।