संध्या समय न्यूज संवाददाता
भाग्योदय प्रमुख आचार्य मिश्र ने इस अवसर पर कहा कि हमें यह जानकर बड़ी प्रसन्नता हुई कि लगभग 2,500 सशस्त्र सैनिकों की यह सेना पूर्ण रूप से संस्कारित है तथा राष्ट्र, धर्म एवं संस्कृति को समर्पित है। बताया गया, कल्कि सेना का विस्तार भारत के एक दर्जन प्रांतों में हो चुका है।
उल्लेखनीय है कि कल्कि सेना से जुड़ रहे सभी सैनिक उच्चशिक्षित, विचारवान, विवेकवान, अनुशासित तथा राष्ट्रभक्त भारतीय नागरिक हैं। बतौर वायु सेना अधिकारी, कश्मीर आदि दुर्गम क्षेत्रों में सेवाएं दे चुके जांबाज एयरफॉर्स ऑफिसर विंग कमांडर पुष्कल द्विवेदी के खाते में अनेक सफलताएं अंकित हैं। उन्होंने बताया कि कल्कि सेना से जुड़ने वाले सभी सैनिकों को कुशल आर्मी ऑफिसर्स के द्वारा उच्चस्तरीय प्रशिक्षण दिया जाता है।
श्री मिश्र ने बताया कि आज की भारत भाग्योदय वार्ता में कल्कि सेना के सेक्रेटरी जनरल वेद प्रकाश द्विवेदी, एडजूटेंट जनरल गौरव पाण्डेय के अलावा भाग्योदय फाउंडेशन के महासचिव विनय प्रकाश श्रीवास्तव, भाग्योदय सलाहकार इंजी. राकेश श्रीवास्तव, उत्तम तिवारी विशेष रूप से मौजूद रहे।