ऋषि तिवारी
बता दे कि दमकल विभाग को यह सूचना बुधवार दोपहर करीब 4 बजकर 4 मिनट पर प्राप्त हुई और सूचना मिलते ही विभाग की चार गाड़ियां, डिजास्टर मैनेजमेंट की टीम, कैट्स एंबुलेंस और मलबा हटाने के लिए जेसीबी मशीनें तुरंत मौके पर रवाना कर दी गईं थी राहत और बचाव कार्य तेजी से जारी है।
बता दे कि स्थानीय लोगों ने बताया है कि यह इमारत काफी समय से जर्जर स्थिति में थी, लेकिन किसी भी संबंधित एजेंसी ने समय रहते कोई कार्रवाई नहीं किया गया और हर बार ऐसे हादसों के बाद कुछ समय के लिए हलचल जरूर मच जाती है, लेकिन जैसे ही मामला ठंडा पड़ता है, जिम्मेदार एजेंसियां फिर आंख मूंद लेती है और नेक्ट हादसे को आगाह करती है।
देखे तो दिल्ली में आए दिन कोई ना कोई मामला सामने आता रहा है जो कि एमसीडी और सरकार ध्यान देती है और उसके बाद आंख बंद कर लेती है जो कि अ्गर सरकार इंकवारी करें तो बिल्डरों के बहोत से नाम और एमसीडी अधिकारियों के खुलासे हो सकते है। जिससे आगे की ऐसे घटना पर काबू पाया जा सकता है।