संदीप कुमार गर्ग
लखनऊ/ग्रेटर नोएडा। उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग 25 से 29 सितंबर तक ग्रेटर नोएडा स्थित इंडिया एक्सपो मार्ट में आयोजित होने वाले ‘उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो-2025’ (यूपीआईटीएस) में एक विशेष पवेलियन प्रदर्शित करेगा। इस पवेलियन में राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर, पर्यटन निवेश संभावनाएं और आर्थिक प्रगति को प्रमुख रूप से दर्शाया जाएगा। पर्यटन और संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि इस पहल का उद्देश्य पर्यटन क्षेत्र को राज्य सरकार के महत्वाकांक्षी वन ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था के लक्ष्य में एक अहम भागीदार के रूप में प्रस्तुत करना है।
पर्यटन मंत्री ने बताया कि ‘यूपीआईटीएस-2025 में नीति निर्माता, वैश्विक निवेशक, कारोबारी, शैक्षणिक प्रतिनिधि और अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधिमंडल सहित पर्यटन क्षेत्र से जुड़ी प्रमुख हस्तियां भाग लेंगी। इस दौरान राज्य में निवेश और पर्यटन के नए अवसरों पर व्यापक विमर्श किया जाएगा।’
परंपरा और नवाचार का संगम
उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो-2025 (UPITS 2025) के पवेलियन को इस बार पूरी तरह से इमर्सिव और पर्यावरण-अनुकूल रूप में तैयार किया जा रहा है। इस पवेलियन में डिजिटल स्टोरीटेलिंग, एआर/वीआर आधारित डिस्प्ले, ऑटो-नेविगेशन कियोस्क और सेल्फी जोन जैसी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी। आगंतुकों के सांस्कृतिक अनुभव के लिए ब्रज का मयूर नृत्य, सोनभद्र और लखीमपुर के जनजातीय नृत्य, झांसी का बुंदेली नृत्य और लखनऊ घराने की कथक प्रस्तुतियां होंगी। यह पवेलियन राज्य की विविधता और परंपरा को अंतरराष्ट्रीय मंच पर प्रदर्शित करेगा।
मोबाइल ऐप और निवेश प्रोत्साहन पर जोर
उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग अपने मोबाइल ऐप के प्रचार पर विशेष ध्यान देगी। ऐप में क्यूआर-कोड के माध्यम से डाउनलोड की सुविधा उपलब्ध होगी और यह उपयोगकर्ताओं को आध्यात्मिक, बौद्ध, ग्रामीण और वेलनेस पर्यटन के लिए विशेष रूप से तैयार यात्रा कार्यक्रम प्रदान करेगा। इस दौरान वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट (ओडीओपी), हस्तशिल्प, मंदिरों की वास्तुकला और ग्रामीण पर्यटन में नवाचार को भी प्रमुख रूप से प्रदर्शित किया जाएगा। विभाग निवेशकों के लिए पीपीपी-रेडी हेरिटेज प्रोजेक्ट्स की जानकारी उपलब्ध कराएगा, साथ ही पूंजी सब्सिडी, भूमि आवंटन, टैक्स छूट और सिंगल विंडो क्लीयरेंस जैसी नीतिगत प्रोत्साहनों का विवरण भी साझा करेगा।
व्यापार अनुकूल पवेलियन
यूपीआईटीएसपवेलियन को व्यापारिक अवसरों के अनुकूल बनाया जा रहा है। इसमें आरामदायक लाउंज, बी-टू-बी संवाद के लिए विशेष क्षेत्र और मीडिया किट्स की व्यवस्था की गई है। यह मंच निवेशकों, नीति-निर्माताओं और अंतरराष्ट्रीय सहयोग के लिए अवसर प्रदान करेगा और सतत पर्यटन विकास के राज्य के विजन को प्रदर्शित करेगा।
‘पर्यटन, विकसित भारत @2047 का केंद्र’
उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि ‘पर्यटन हमारी विकसित भारत @2047 की दृष्टि के केंद्र में है। यूपीआईटीएस में केवल प्रदेश की अद्वितीय सांस्कृतिक और आध्यात्मिक धरोहर का उत्सव ही नहीं मनाया जाएगा, बल्कि यह भी प्रदर्शित करेंगे कि राज्य कैसे वैश्विक निवेशकों और उद्यमियों के लिए नए द्वार खोल रहा है। बौद्ध सर्किट सहित अन्य प्रमुख पर्यटन स्थलों के माध्यम से उत्तर प्रदेश स्वयं को परंपरा और अवसर के संगम स्थल के रूप में स्थापित कर रहा है।’
‘यूपी पवेलियन प्रदान करेगा समग्र अनुभव’
प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति मुकेश कुमार मेश्राम ने कहा, ‘यूपीआईटीएस-2025 में उत्तर प्रदेश का पवेलियन केवल एक प्रदर्शनी नहीं, बल्कि एक समग्र अनुभव प्रस्तुत करेगा। उन्होंने बताया कि सांस्कृतिक प्रस्तुतियों और नीतिगत निवेश संवाद के माध्यम से उत्तर प्रदेश को एक प्रतिस्पर्धी वैश्विक पर्यटन गंतव्य के रूप में स्थापित किया जाएगा। इस पहल का उद्देश्य रोजगार सृजन, विरासत को आय के श्रोत में विकसित करना और सतत पर्यटन को बढ़ावा देना है।’
25 से 29 सितंबर तक आयोजित यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो-2025 (यूपीआईटीएस) में उत्तर प्रदेश का पवेलियन पर्यटकों, निवेशकों और अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधिमंडलों के लिए खुला रहेगा। पवेलियन में आगंतुक राज्य की समृद्ध विरासत, नवाचार और भविष्य की तैयारियों का अनुभव कर सकेंगे