उत्तर प्रदेश के हापुड़ में धनतेरस के दिन एक दिल को छू लेने वाली घटना सामने आई है, जहां एक पुलिसकर्मी ने अपनी इंसानियत का परिचय देते हुए एक बुजुर्ग महिला की मदद की। हापुड़ देहात थाने के प्रभारी विजय गुप्ता ने गश्त के दौरान सड़क किनारे मायूस बैठी वृद्ध महिला धर्मवती और उनके पोते को देखा, जिनकी सुबह से एक भी मिट्टी की दीया नहीं बिकी थी।
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निराशा में थी अम्मा
त्योहार के मौके पर भी बिक्री न होने से अम्मा के चेहरे पर मायूसी छाई हुई थी। सुबह से दीये सजाने के बावजूद एक भी ग्राहक न मिलने से वे उदास थीं। इसी बीच, थाना प्रभारी विजय गुप्ता अपनी टीम के साथ पैदल गश्त करते हुए वहां पहुंचे। अम्मा की मायूसी देख उन्होंने उनसे बातचीत की और उनकी समस्या सुनी।
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थानेदार ने की मदद
अम्मा की कहानी सुनकर, विजय गुप्ता ने बिना देर किए एक बड़ा फैसला लिया। उन्होंने अम्मा के पास रखे सारे मिट्टी के दीये खरीद लिए, जिससे न सिर्फ उनकी मदद हुई, बल्कि उनके चेहरे पर खुशी और संतोष लौट आया। अम्मा की आंखों में आई चमक ने बाजार में मौजूद अन्य लोगों का भी दिल जीत लिया।
अम्मा ने दिया आशीर्वाद
दीये खरीदने के बाद, अम्मा ने भावुक होकर थाना प्रभारी और उनकी टीम को खूब आशीर्वाद दिया। उन्होंने कहा, “पुलिस वालों ने आकर मिट्टी के दीये खरीद लिए। मैं उनको खूब आशीर्वाद देती हूं कि उनके परिवार में सुख-समृद्धि बनी रहे और वे हमेशा तरक्की करें।”
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इंसानियत का संदेश
थाना प्रभारी विजय गुप्ता ने बताया कि त्योहार केवल जश्न मनाने के लिए नहीं, बल्कि स्नेह और मानवीय सहयोग के लिए भी होते हैं। इस घटना का वीडियो और तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही हैं, जहां लोग पुलिस के इस कदम की सराहना कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि ऐसे छोटे-छोटे इंसानियत भरे काम समाज में उम्मीद जगाते हैं और यह दर्शाते हैं कि पुलिस कानून और सुरक्षा के साथ-साथ मानवीय भावनाओं को भी समझती है। पुलिस के इस कदम ने एक बुजुर्ग महिला के लिए धनतेरस को यादगार बना दिया।






