संध्या समय न्यूज संवाददाता
बलिया। भारत सरकार की जनगणना 2011 के अनुसार यूपी के बलिया जिले में गोंड, खरवार अनुसूचित जनजाति की जनसंख्या एक लाख दस हजार से अधिक दर्ज है के आधार पर नगर पंचायत मनियर अध्यक्ष पद अनुसूचित जनजाति महिला हेतु आरक्षित है। पूर्व में निर्गत गोंड जाति प्रमाण-पत्र के आधार पर उप चुनाव में चार गोंड महिला प्रत्याशियों ने नामांकन किया। सभी महिला गोंड प्रत्याशियों का नामांकन जिला प्रशासन ने वैध भी माना जिसमें एक भाजपा एक सपा से और दो निर्दलीय हैं लेकिन वहीं दूसरी तरफ़ शासनादेश में दिये गये दिशा- निर्देश के अनुपालन में गोंड अनुसूचित जनजाति का प्रमाण-पत्र सुगमता पूर्वक जारी करने की मांग को लेकर ऑल गोंडवाना स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आगसा) के तत्वावधान में कलेक्ट्रेट मॉडल तहसील के समीप अनिश्चित कालीन धरना 2 मई 2025 को 96 वें दिन भी जारी रहा।
जिला व तहसील प्रशासन द्वारा गोंड अनुसूचित जनजाति का नया जाति प्रमाण- पत्र जारी नहीं किया जा रहा है। उत्पीड़न चरम पर है! गोंड अनुसूचित जनजाति प्रमाण-पत्र का मामला संसद से लगायत विधान सभा तक उठा फिर भी जिला प्रशासन द्वारा संज्ञान नहीं लिया जा रहा है! राजपत्र शासनादेश की घोर अवमानना कर रहे हैं लेखपाल व तहसीलदार! जिले में ग्राम प्रधान के 53 पद, क्षेत्र पंचायत के 53 पद, ब्लॉक प्रमुख का एक पद, जिला पंचायत के दो पद और ग्राम पंचायत सदस्य, सभासद सहित कुल 729 पद अनुसूचित जनजाति हेतु आरक्षित है। सरकार गोंड, खरवार अनुसूचित जनजाति के सभी संवैधानिक अधिकारों को दे रही है लेकिन जिला प्रशासन व तहसील प्रशासन के उत्पीड़नकारी रवैया के चलते गोंड जाति प्रमाण-पत्र जारी नहीं हो पा रहा है! धरने में प्रमुख रूप से श्रीपति गोंड, छितेश्वर गोंड, टिंकू गोंड, बच्चालाल गोंड, सूचित गोंड, सुरेश शाह, संजय गोंड, रघुनाथ गोंड, रामनारायण गोंड, शिवजी गोंड, अरविंद गोंडवाना, मनोज शाह, सुशील खरवार, शिवशंकर खरवार रहे।