संध्या समय न्यूज संवाददाता
मुंबई। गोपी बिरला मॉडल यूनाइटेड नेशंस (GBMUN) का आठवां संस्करण इस सप्ताहांत शानदार सफलता के साथ संपन्न हुआ। इस दो दिवसीय सम्मेलन में 24 स्कूलों के 276 छात्रों ने भाग लिया और संयुक्त राष्ट्र की कार्यप्रणाली पर आधारित 13 समितियों में अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर गंभीर चर्चा की। इसके माध्यम से छात्रों को एक वास्तविक अनुभव प्रदान हुआ।
चाहे वे पहली बार भाग ले रहे हों या अनुभवी MUN प्रतिनिधि हों, इस सम्मेलन ने छात्रों को आत्मविश्वासी वार्ताकारों, शोधकर्ताओं और वक्ताओं में बदल दिया। संरचित वाद-विवाद, नीति निर्माण और संवाद के माध्यम से प्रतिभागियों ने 21वीं सदी के महत्वपूर्ण कौशल जैसे कि आलोचनात्मक सोच, सहानुभूति और सहयोगात्मक नेतृत्व की कला को विकसित किया।
GBMUN 8 की उप निदेशक, सुश्री ख्याति द्वारकादास ने कहा, “हमने कूटनीति के असाधारण क्षणों को साकार होते देखा।” GBMUN 8 की प्रिंसिपल और निदेशक, श्रीमती मधु वाडके ने उल्लेख किया, “समिति सत्रों में कट्टर विरोधी रहे प्रतिनिधि जब गलियारों में सहयोगी बनते हैं, तो यह अंतरराष्ट्रीय संवाद की शक्ति को दर्शाता है।”
सम्मेलन के परे, छात्रों को यह प्रेरणा दी गई कि वे अपनी बनाई गई नीतियों और विचारों को अपने स्कूलों, समुदायों और भविष्य की शैक्षणिक सेटिंग्स में भी आगे ले जाएँ। डॉ. वीणा श्रीवास्तव, कैंपस प्रमुख ने इस जिम्मेदारी को रेखांकित करते हुए कहा, “यहाँ तैयार किए गए प्रस्ताव केवल कागज़ पर नहीं रहेंगे; ये एक सार्थक परिवर्तन की प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं और इनसे प्रेरित होकर वास्तविक कार्यवाही होनी चाहिए।”
इस आयोजन ने सक्रिय सुनने, सहयोगी समस्या-समाधान और समावेशी नेतृत्व जैसे महत्वपूर्ण कौशलों को उजागर किया। चेयरपर्सन और मेंटर्स ने प्रतिभागियों को जटिल संसदीय प्रक्रियाओं और कूटनीतिक बारीकियों के माध्यम से मार्गदर्शन प्रदान किया। इस सहायक वातावरण ने छात्रों को विभिन्न दृष्टिकोणों के बीच सेतु बनाने और साझा लक्ष्यों की दिशा में काम करने में सक्षम बनाया।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधियों की भूमिका निभाते हुए छात्रों ने जटिल विचारों को स्पष्ट रूप से व्यक्त करना, सहानुभूति से सुनना और उद्देश्यपूर्ण वार्ता करना सीखा। यह अनुभव उन्हें केवल शैक्षणिक ज्ञान तक सीमित नहीं रखता, बल्कि आत्म-विश्वास, लचीलापन और विविधताओं के साथ सहयोग करने की क्षमता भी विकसित करता है। वास्तविक दुनिया की समस्याओं के समाधान में भाग लेकर और विविध दृष्टिकोणों को अपनाकर, प्रतिनिधि केवल संप्रेषण और नेतृत्व कौशल ही नहीं सीखते, बल्कि वैश्विक मुद्दों की गहरी समझ और परिवर्तन लाने की अपनी क्षमता पर एक नई आस्था लेकर उभरते हैं।
GBMUN 8 की सफलता इस बात को दर्शाती है कि अनुभवात्मक शिक्षा कैसे सहानुभूतिपूर्ण, जागरूक और सक्षम वैश्विक नागरिकों को आकार देती है। युवाओं को कूटनीतिक कौशल और सहयोगात्मक सोच से लैस करके यह सम्मेलन एक ऐसे भविष्य की आशा को मजबूत करता है जहाँ विचारशील नेता सहयोग और सकारात्मक बदलाव के लिए प्रतिबद्ध हों।