संध्या समय न्यूज संवाददाता
आजादी हमेशा झंडों में लिपटी या भाषणों में गूंजती हुई ही नहीं मिलती। कई बार यह हमारी ज़िंदगी के अनदेखे कोनों में छिपी होती है – चुपके से मुस्कुराने में, बेझिझक सोचने में और अपने जैसे बने रहने के साहस में। सन नियो के शो ‘दिव्य प्रेम: प्यार और रहस्य की कहानी’ के अभिनेता सूरज प्रताप सिंह और ‘प्रथाओं की ओढ़े चुनरी: बींदणी’ के अभिनेता आकाश जग्गा ने इस स्वतंत्रता दिवस पर साझा किया कि उनके लिए आज़ादी का असली मायना क्या है-न सिर्फ़ एक कलाकार के रूप में, बल्कि एक ऐसे नागरिक के तौर पर जो त्याग, संघर्ष और उम्मीद से बनी इस आज़ाद मिट्टी पर सांस ले रहा है।
‘दिव्य प्रेम: प्यार और रहस्य की कहानी’ शो में ‘प्रेम’ का किरदार निभा रहे सूरज प्रताप सिंह कहते हैं, “मेरे लिए आजादी सिर्फ एक शब्द नहीं, बल्कि वे छोटी-छोटी खुशियाँ हैं, जिन्हें हम अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं। बेफिक्र होकर मुस्कुराना, मनपसंद खाना खाना, दिल जहाँ ले जाए वहाँ जाना और अपनी शर्तों पर जिंदगी जीना… यही असली आजादी है। मैं कल्पना भी नहीं कर सकता कि कोई और मुझे यह बताए कि कैसे जीना है। तो सोचिए, उन दिनों लोग कितनी पाबंदियों में जीते होंगे। यह सच मानना भी मुश्किल है। इसलिए मैं हर उस स्वतंत्रता सेनानी का आभारी हूँ, जिनकी वजह से आज हम खुली हवा में साँस ले पा रहे हैं।”
‘प्रथाओं की ओढ़े चुनरी: बिंदणी’ शो में ‘कुंदन’ की भूमिका निभा रहे आकाश जग्गा कहते हैं,“आजादी कोई ऐसी चीज़ नहीं जिसे हम साल में सिर्फ एक दिन याद करें, यह तो हर रोज़ जीने की चीज़ है। हमें वह स्वतंत्रता यूँ ही नहीं मिली; हमारे पूर्वजों ने इसके लिए बहुत संघर्ष किया है। इसलिए यह हमारी ज़िम्मेदारी है कि इसे संजोएँ। मेरे लिए आजादी का मतलब है – बिना किसी दिखावे के, असली और सच्चा बने रहना और दूसरों को खुश करने के लिए अपने स्वभाव को न बदलना, लेकिन आजादी के साथ जिम्मेदारी भी आती है। चाहे वह परिवार में हो, काम में या निजी जीवन में इसे हल्के में न लें। इसका उपयोग अपने विकास, दूसरों की मदद और कुछ सार्थक करने में करें। यही इस अनमोल तोहफ़े का सही सम्मान है।“
दिव्य प्रेम: प्यार और रहस्य की कहानी – दिव्या की रहस्यमयी यात्रा की दास्तान है, जो प्रेम से मिलने के बाद प्यार, राज़ और अप्रत्याशित मोड़ों से भर जाती है। प्रथाओं की ओढ़े चुनरी: बींदणी – घेवर नाम की एक चंचल और स्वतंत्र लड़की की कहानी है, जो राजस्थान के एक छोटे से गाँव में रहती है। उसकी सादी जिंदगी अचानक तब बदल जाती है जब एक नवजात शिशु उसकी दुनिया का हिस्सा बन जाता है।