पंच परिवर्तन को जन-जन तक पहुंचाने का संकल्प है ‘प्रेरणा विमर्श 2024’

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संदिप कुमार गर्ग


“प्रेरणा विमर्श -2024, पंच परिवर्तन” की आयोजन समिति द्वारा प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन किया गया, जिसमे विमर्श के सभी आयामों को लेकर जानकरी दी गई। पत्रकारों द्वारा आयोजन से सम्बंधित सवालों का उत्तर देते हुए प्रेरणा शोध संस्थान न्यास की अध्यक्ष प्रीति दादू ने कहा कि यह कार्यक्रम पंच परिवर्तन की पृष्ठभूमि तैयार कर रहा है, पूरे वर्ष यह विचार घर-घर तक पहुंचाने की योजना है। कार्यक्रम का शुभारम्भ 22 नवम्बर को 108 कुण्डीय नारी शक्ति राष्ट्र वंदन यज्ञ से होगा। इसी क्रम में प्रेरणा विमर्श के अध्यक्ष अनिल त्यागी ने प्रेरणा विमर्श – 2024 के विभिन्न सत्रों के विषयों की जानकारी दी।

प्रेरणा विमर्श – 2024 के समन्वयक श्याम किशोर ने बताया कि इस वर्ष राष्ट्रीय स्वयंसेवक अपने शताब्दी वर्ष में प्रवेश कर चुका है इस दृष्टि से संघ इस वर्ष पंच परिवर्तन को जन-जन के व्यवहार में लाने को संकल्पित है। उसी उद्देश्य से प्रेरणा शोध संस्थान न्यास, नोएडा के तत्वावधान में यह त्रिदिवसीय कार्यक्रम आयोजित हो रहा है। जिसमें सम्बंधित क्षेत्रों के वे दिग्गज हिस्सा लेंगे जो धरातल पर इन क्षेत्रों में काम कर रहे हैं। इस कार्यक्रम का उद्देश्य इन सारगर्भित विषयों को वैचारिक स्तर से व्यवहारिक स्तर पर समाज तक ले जाना है।

उन्होंने बताया कि कार्यशाला में मार्गदर्शन हेतु श्रीमान सुनील आंबेकर जी, अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, डॉ. चिन्मय पण्ड्या, प्रति कुलपति देव संस्कृति विश्वविद्यालय, हरिद्वार, श्रीमान मुकुल कानितकर जी, वरिष्ठ प्रचारक एवं सदस्य, अखिल भारतीय प्रचार टोली, श्रीमान कश्मीरी लाल जी, राष्ट्रीय संगठन महामंत्री, स्वदेशी जागरण मंच, श्रीमान विजय सोनकर शास्त्री जी, पूर्व सांसद एवं पूर्व अध्यक्ष SC-ST आयोग, पद्मश्री उमाशंकर पाण्डेय जी, जल योद्धा एवं सामाजिक कार्यकर्ता, श्रीमान सूर्य प्रकाश टोंक जी, क्षेत्र संघचालक, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, प्रो. ऊषा मीणा जी, प्रोफेसर-पर्यावरण विज्ञान संकाय, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, नई दिल्ली, वरुण गुलाटी जी, प्रोफेसर – अंग्रेजी विभाग, दिल्ली विश्वविद्यालय, विमला बाथम जी, उत्तर प्रदेश महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष एवं नोएडा की पूर्व विधायक, श्रीमती अपर्णा यादव जी, उपाध्यक्ष- महिला आयोग, उत्तर प्रदेश उपस्थित रहेंगे।

गौरतलब है कि प्रेरणा विमर्श-2020 विरासत, प्रेरणा विमर्श- 2021 भारतोदय: आजादी का अमृत महोत्सव, प्रेरणा विमर्श- 2022 भविष्य का भारत और प्रेरणा विमर्श- 2023 ‘स्व’ : भारत का आत्मबोध पर आधारित था। इस तरह चर्चा-परिचर्चा और सकारात्मक संवाद स्थापित करने में प्रेरणा शोध संस्थान न्यास, नोएडा सतत् अग्रसर है। प्रेरणा शोध संस्थान न्यास, नोएडा प्रेरणा विमर्श के माध्यम से संस्कृति, विरासत, इतिहास और समसामयिक जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर तथ्यपरक और गूढ़ विश्लेषण के साथ विद्यार्थियों, शोधार्थियों और आम जनमानस को संचार के सभी माध्यमों से सूचना उपलब्ध करा रहा है। हर वर्ष कार्यक्रम में ऑनलाइन पंजीकरण के माध्यम से कई राज्यों और 30 से अधिक जनसंचार संस्थानों के हजारों शोधार्थी, विद्यार्थी और अन्य प्रतिभागी कई प्रतियोगिताओं में शामिल होते हैं। इस तरह भारत की संस्कृति, धरोहर, सामाजिक समरसता, पर्यावरण, कुटुंब प्रबोधन, नागरिक कर्तव्य और नारी सशक्तीकरण जैसे विमर्श से समाज को एक नई दिशा मिलती है।

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