Tuesday, September 2, 2025
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लेगेसी ओपन 2025: जेपी ग्रीन्स में दिखा महिलाओं और पुरुषों का गोल्फ मुकाबला

ऋषि तिवारी


ग्रेटर नोएडा। जेपी ग्रीन्स गोल्फ कोर्स का स्पोर्ट्स डे के दिन नज़ारा कुछ अलग ही था। ग्रीन पर खेले गए लेगेसी ओपन लेडीज़ बनाम जेंटलमेन गोल्फ टूर्नामेंट 2025 (Legacy Open Ladies vs Gentlemen Golf Tournament 2025) ने परंपरा तोड़ी और गोल्फ को एक नए अंदाज़ में पेश किया। पहली बार महिला खिलाड़ियों ने पुरुषों के खिलाफ सीधे मुकाबला किया और खेल को उत्सव का रंग दे दिया। इस अनोखी अवधारणा के पीछे थे आलोक पस्‍कर। आयोजन की ज़िम्मेदारी संभाली स्पॉटलाइट ने, जिसके संचालक राजीव वर्मा ने पूरे आयोजन को ऐसी बारीकी से सजाया कि हर व्यवस्था परफेक्ट नज़र आई।

खिलाड़ियों की धूम इस टूर्नामेंट में कुल 120 खिलाड़ी उतरे। इनमें 50 महिलाएँ और 70 पुरुष गोल्फर शामिल रहे। हर शॉट के साथ रोमांच बढ़ता गया। दर्शक दीर्घा में बैठे परिवारों और खेल प्रेमियों ने भी इस अलग अंदाज़ के मुकाबले का भरपूर आनंद लिया। टूर्नामेंट का आयोजन राष्ट्रीय खेल दिवस 2025 की विशेष श्रृंखला के तहत हुआ। इससे इसका महत्व और भी बढ़ गया।

कड़े मुकाबलों के बाद ये 5 खिलाड़ी रहे शीर्ष पर:
बेस्ट नेट: राज सिंह, विमेन ग्रॉस: अब्बाका रावत, विमेन नेट: आन्या, मेंस ग्रॉस: आशीष कपूर, मेंस नेट: डू यंग ली। विजेताओं को पुरस्कार दिए गए। माहौल तालियों और उत्साह से गूंज उठा। इस आयोजन को आलोक पस्‍कर और जेके टेक ने किया उद्घाटन। साथ ही अरमान रोबोटिक्स एंड ऑटोमेशन और एचपी का भी अहम सहयोग रहा। इन कंपनियों की भागीदारी ने इस टूर्नामेंट को और मज़बूती दी। खास आभार जताया गया जेपी ग्रीन्स के ध्रुवपाल सिंह का, जिनकी सक्रिय भूमिका से आयोजन को सफलता और पहचान दोनों मिली। आयोजक राजीव वर्मा ने कहा, “खिलाड़ियों का उत्साह और दर्शकों की भागीदारी यह साबित करती है कि इस तरह के आयोजन की ज़रूरत है। अब हम कोलकाता, चंडीगढ़, पुणे और अन्य शहरों में भी इस टूर्नामेंट को ले जाने की योजना बना रहे हैं।” वहीं आलोक पस्‍कर ने ऐलान किया कि वे अगले पांच साल तक इस टूर्नामेंट को प्रायोजित करेंगे। अगला संस्करण 16 अक्टूबर 2026 को होगा,  जो और भी बड़े स्तर पर आयोजित किया जाएगा।

लेगेसी ओपन 2025 सिर्फ़ गोल्फ टूर्नामेंट नहीं रहा। यह खेल भावना, समावेशिता और समुदाय को जोड़ने का एक उत्सव बन गया। महिलाओं और पुरुषों को एक ही मैदान पर आमने-सामने उतारकर इस आयोजन ने रूढ़ियाँ तोड़ीं और गोल्फ में नई परंपरा की शुरुआत की। यह पहल अब एनसीआर और देशभर के खेल कैलेंडर में अपनी मज़बूत जगह बनाने की ओर बढ़ रही है।

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