संदिप कुमार गर्ग
नोएडा। सेक्टर 26 — रेपिडेंटस वेलफेयर एंड कल्चरल सोसाइटी, सेक्टर 26, नोएडा ने एक विशेष गर्भ संस्कार कार्भशाला का आयोजन रविवार 10 अगस्त 2025 को प्रात: 10 बजे, गंगोत्री हॉल, ई 1, सेक्टर 26 नोएडा में किया गया। इस कार्यशाला में पारंपरिक वैदिक ज्ञान और आधुननक विज्ञान के संगम से गर्यस्थ शिशु के संपूर्ण विकास की बात की गई जिसका उद्देश्य यह समझाना था कि संतान के स्वास्थ्य, बुद्धिमता और संस्कारों की नीव गर्भ में ही पड़ जाती है। प्राचीन ग्रंथों में जैसे अशर्मन्यु का चक्रव्यूह ज्ञान गर्भ में ही प्राति होना, या प्रहलाद का राक्षस कुल में जन्म लेकर भी महान भक्त बनना—यह सभी उदाहरण इसी संस्कार की शक्ति को दर्शाता है।
यह कार्यशाला विशेष रूप से भावी माता—पिता के लिए उपयोगी रही, जो अपने होने वाले बच्चे के लिए शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक रूप से एक आदर्श वातावरण तैयार करना चाहते है। आधुनिक अनुसंधानों के अनुसार, मां के खानपान, विचार, भावनाएंं, तनाव और जीवनशैली का सीधा प्रभाव गर्भ में पल रहे शिशु पर पड़ता है। यदि माता धूम्रपान, अल्कोहल या अत्याधिक कैफीन का सेवन करती हैं या डिजिटल मीडिया के दुष्प्रभावों से घीरी होती हैं तो वह शिशु के मस्तिष्क विकास और व्यवहार पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।
कार्यशाला में इंदौर के डॉ.अनिल गर्ग, वरिष्ठ प्लास्टिक सर्जन व गर्भ संस्कार विशेषज्ञ, वैज्ञानिक शोधो द्वारा गर्भ संस्कार के सिद्धांतों की व्याख्या की तथा डॉ.सीमा गर्ग, वरिष्ठ हेयर ट्रांसप्लांट सर्जन व गर्भ संस्कार विशेषज्ञ ने बताया कि कैसे मां अपने गर्भस्थ शिशु को योग्य, प्रतिभाशाली और संस्कारी बना सकती है। यह आयोजन निम्न संस्थाओं के सहयोग से ििकया गया। है इस में श्री अरविद सोसाइटी नोएडा शाखा, श्रीजी गौ सदन, अग्रवाल मित्र मंडल, राजस्थान कल्याण परिषद, भातर विकास परिषद, परमेश्वरीदेवी जानकीवल्लभ दानी चैरिटेबल ट्रस्ट, माहेश्वरी समाज नोएडा व युवा सोशल शक्ति थे।