संदिप कुमार गर्ग
बता दे कि आम यहा आम जनता ने अपने दिमाग दिखाकर उसे बुझा दिया और बीएसइएस के कार्यकर्ता उत्तम नगर मोहन गार्डन सिर्फ दिखावे के नाम पर ही आते—जाते रहे है जहां इन्हें कुछ मिलता वहीं का ज्यादा रुख करते है सामान भी वहीं लगाते है नहीं तो सिर्फ दिखावा है। इससे पहले भी बड़ी दुर्घटना हुई थी जिसमें तभी भी बीएसइएस में कार्यरत अधिकारी कुछ नहीं करते रहे है। जिसकी पहले भी किसी ने इंकवारी की मांग की थी लेकिन अभि तक किया नहीं गया है।
बता दे कि खम्बे के बाजू में ही बहोत से लेागों को घर है जिससे आने जाने और लोहे के दरवाजे लगे जिसमें अगर इसें ठीक नहीं किया जाता है तो आगे किसी की भी करेंट या वायर गिरने से बड़ी दुर्घटना हो सकती है। जिस पर सरकार, बीएसइएस अधिकारी को ध्यान देना चाहिए।
उत्तम नगर, मोहन गार्डन में एसडीओं इंचार्ज के कंपलेन के बाद भी काम अधूरा
बता दे कि इसकी जानकारी वेस्ट दिल्ली के ऐरिया के एसडीओं इंचार्ज को भी बताया जा चुका है। देखा जाए तो वेस्ट दिल्ली उत्तम नगर, मोहन गार्डन जैसे ईलाकों में ज्यादा हो रहा है आए दिन यहां के खंभे कंरट आते रहते है कभी बिजली के शॉट सर्किट हो जाता है तो उसे सिर्फ काम चालू बनाकर आधे काम में छोड़ दिया जाता है जिसमें अर्थिक सहीं नहीं की जाती है जिससे आगे जाकर यह बड़ा रुप ले लेता है।
देखा जाए तो आनलाईन कितने ऐसे कंपलेन बीएसईएस दिल्ली (BSES Delhi) के पास जिसका सिर्फ नाम के लिए रखा गया है उसे सही नहीं किया गया है आए दिन ऐसे कंपलेन की जानकारी बिजली विभाग और बीएसईएस दिल्ली अधिकारी भी नहीं देते है। ऐसे बिजली विभाग इस पर इंकवारी की जाए तो कितने पोल खुल सकते है।