संध्या समय न्यूज संवाददाता
पटना। महावारी के वक्त सेनेटरी पैड आसानी से नहीं मिलने के कारण कई छात्राएं स्कूल जाने से कतराती हैं और वहीं कई छात्राएं मासिक धर्म के कारण स्कूल जाने से वंचित भी रह जाती हैं। इन्हीं चीजों को ध्यान में रखते हुए महिला एवं बाल विकास निगम की ओर से प्रदेश के 5 हजार से अधिक स्कूलों में सेनेटरी पैड के लिए वेंडिंग और भस्मक मशीन लगाने की योजना तैयार की गई है।
बता दें कि इस योजना के तहत ये मशीनें प्रदेश के कन्या मध्य और माध्यमिक विद्यालयों में लगाई जा रही है। पहले चरण में 38 जिलों के 243 स्कूलों में ये मशीन लगाई जा रही है। इस योजना के अंतर्गत सबसे पहले शहरी क्षेत्रों के कन्या विद्यालयों को चयनित किया गया था।
प्रथम चरण में शहरी क्षेत्रों में लग रहीं हैं मशीनें
इसके साथ स्कूलों में डिस्पोजल मशीन यानी भस्मक भी लगाई जा रही है। हालांकि, बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ के कार्यकारी अध्यक्ष मनोज कुमार ने Local 18 को बताया कि फ़िलहाल इस योजना की गति बहुत ही धीमी है। इसी कारण अभी राजधानी पटना के गिने-चुने स्कूलों में ही ये मशीनें लग पाईं हैं।
55 हजार रुपए की राशि की गई है आवंटित
बता दें कि निगम की ओर इस योजना के अंतर्गत प्रत्येक स्कूलों को 55-55 हजार रुपए की राशि दी गई है। स्कूलों के अलावा भवन निर्माण विभाग के मध्यम से पटना के सचिवालय और अन्य कार्यालयों में भी मशीन लगाने की बात सामने आई है। नौबतपुर के कॉलेजिएट हाई स्कूल के प्रधानाचार्य सुधीर कुमार की मानें तो कुछ स्कूलों में मशीनें लग चुकी हैं और जल्द ही कई अन्य स्कूलों में भी वेंडिंग मशीन लगाई जाएंगी। मशीन लगवाने की दिशा में विभागी कार्यवाही की जा रही है।