संध्या समय न्यूज संवाददाता
‘ना उम्र की सीमा हो’ अपने कॉन्टेंट के जरिए चुनौतीपूर्ण सामाजिक मानदंडों और रूढ़ियों को तोड़ते हुए समाज में एक नई लहर पैदा कर रहा है। दर्शकों के चहेते अभिनेता इकबाल खान और रचना मिस्त्री के नेतृत्व में इस शो ने अपनी उल्लेखनीय कहानी से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया है। प्यार पाने के लिए उम्र के महत्वपूर्ण अंतर को पाटने वाले दो व्यक्तियों की कहानी को बयां करने वाला यह शो यह दर्शाता है कि जब सच्चा प्यार हो तो उम्र महत्वहीन हो जाती है।
शो का करेंट ट्रैक हमारे आसपास मौजूद महिलाओं को प्रेरित करती है जो शादी के बाद भी अपना करियर बनाना चाहती हैं। फिलहाल शो में रायचंद परिवार विधि और प्रिया को पूरी गर्मजोशी से गले लगाता है और अपना समर्थन देता है क्योंकि वे पारिवारिक व्यवसाय में शामिल होनेर जा रही हैं और खुदको सिद्ध करने के लिए आगे बढ़ रही हैं।
शो में अपनी मुख्य भूमिका से दर्शकों का दिल जीतने वाले इकबाल खान, महिलाओं के साथ घर के भीतर और बाहर समानता के महत्व पर जोर देते हुए कहते हैं, “समानता घर से शुरू होती है और लैंगिक समानता के समर्थक के रूप में, मैं पूरी तरह से उन महिलाओं का समर्थन करता हूं जो शादी के बाद भी काम करना चाहती हैं। घर के भीतर पुरुषों और महिलाओं के साथ समान व्यवहार करना आवश्यक है, एक ऐसे वातावरण को बढ़ावा देना जो हर किसी को अपने सपनों को पूरा करने के लिए सशक्त बनाता है। चाहे वह पारिवारिक व्यवसाय हो या कोई अन्य क्षेत्र, महिलाओं को उनके करियर को आगे बढ़ाने में सहायता करना सिर्फ एक विकल्प नहीं है बल्कि एक प्रगतिशील समाज के लिए आवश्यक है।”
‘ना उम्र की सीमा हो’ सामाजिक मानदंडों को चुनौती देने वाली अपनी प्रगतिशील कहानी के साथ दर्शकों को प्रेरित करती है साथ ही उनका मनोरंजन भी करती है। पारंपरिक अपेक्षाओं को खारिज करने वाले किरदारों को प्रदर्शित करके, यह शो दर्शकों को गहरी जड़ें जमा चुके पूर्वाग्रहों पर सवाल उठाने और उन्हें दूर करने के लिए प्रोत्साहित करता है, जो समाज को एक नई दिशा दे रहा है।
‘ना उम्र की सीमा हो’ के रोमांचक एपिसोड देखने और प्यार, समानता और बाधाओं को तोड़ने की शक्ति को देखने के लिए बने रहिए हर सोमवार-शुक्रवार, रात 8:30 बजे, स्टार भारत पर।