संध्या समय न्यूज संवाददाता
गाजियाबाद। शीशा कारोबारी से 79 हजार रुपए की लूट के मामले में फरार चल रहे दो लुटेरों को कविनगर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। लुटेरों के साथ साथ पुलिस ने लूट की साजिश रचने वाले मेरठ के शीशा कारोबारी को भी गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से लूट में प्रयुक्त बाइक और तमंचा बरामद किया गया है। पुलिस का कहना है कि घटना के दौरान एक लुटेरे को मौके से ही पकड़ लिया गया था। जबकि उसके दो साथी लुटेरे भागने में कामयाब हो गए थे। लूटा गया कैश भी मौके से बरामद किया गया था।
एसीपी कविनगर अभिषेक श्रीवास्तव ने बताया कि रविवार की रात शास्त्रीनगर में शीशा कारोबारी अनिल कुमार के साथ लूट की घटना सामने आई थी। अनिल से कैश भरा लूटने के दौरान बाइक सवार एक बदमाश मेरठ निवासी सागर राघव गिर गया था। जिसे स्थानीय लोगों की मदद से कविनगर पुलिस ने पकड़ लिया था। लुटेरे से कैश भरा बैग भी बरामद हुआ था। लेकिन लुटेरे के दो साथी तेज रफ्तार बाइक से भागने में कामयाब हो गए थे। एसीपी ने बताया कि पकड़े गए लुटेरे से पूछताछ के आधार पर उसके फरार साथियों को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। पकड़े गए लुटेरों में मेरठ निवासी शुभम और कृष्ण शामिल हैं। एसीपी का कहना है कि जब इन दोनों लुटेरों को पकडक़र पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि उन्हें मेरठ के शीशा कारोबारी अनमोल शर्मा ने ही उन्हें गाजियाबाद के पीडि़त शीशा कारोबारी के बारे में सूचना दी थी। उसी की सूचना के आधार पर वह अनिल कुमार के पीछे मेरठ से ही लग गए थे और उन्होंने शास्त्रीनगर में उनके साथ वारदात कर दी। इस खुलासे के बाद पुलिस ने साजिशकर्ता अनमोल शर्मा को भी गिरफ्तार कर लिया।
पेमेंट देकर रच दी कारोबारी को लुटवाने की साजिश
एसीपी कविनगर अभिषेक श्रीवास्तव ने बताया कि महरौली निवासी अनिल कुमार का शास्त्रीनगर में शीशे का कारोबार है। वह पश्चिमी उत्तर प्रदेश में शीशे की सप्लाई करते हैं। रविवार रात को अनिल कुमार मेरठ के शीशा कारोबारी अनमोल शर्मा से पेमेंट कलेक्ट कर वापस घर लौट रहे थे। पता चला है कि अनिल को पेमेंट देने के बाद अनमोल शर्मा ने अपने पड़ोसी स्टीकर का काम करने वाले कृष्ण को सूचना दे दी थी। सूचना के आधार पर कृष्ण ने अपने दोस्तों शुभम और सागर राघव के साथ मिलकर यह वारदात की थी। वारदात के लिए आरोपी लुटेरों ने अपने दोस्त से तमंचा लिया था।
कारोबार में नुकसान और आर्थिक तंगी में की वारदात
एसएचओ कविनगर अमित काकरान की मानें तो पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि शीशे के कारोबार में अनमोल शर्मा को नुकसान हो गया था। जबकि कृष्ण भी आर्थिक तंगी से गुजर रहा था। अनमोल को पीडि़त कारोबारी अनिल कुमार के पास करीब ढाई लाख रुपए होने का अंदेशा था। जिसके चलते अनमोल ने कृष्ण के साथ मिलकर घटना की साजिश रची। कृष्ण के बुलावे पर शुभम और सागर राघव वारदात के लिए तैयार हो गए थे। एसएचओ ने बताया कि पुलिस से बचने के लिए आरोपी अपने मोबाइल फोन मेरठ में ही छोडक़र आए थे। बिना नंबर प्लेट की बाइक से उन्होंने वारदात की थी, ऐसे में आरोपियों को पकडऩा मुश्किल हो जाता। गनीमत रही कि एक लुटेरा सागर राघव मौके पर पकड़ा गया। जिससे पूछताछ के आधार पर अन्य तीनों आरोपी भी गिरफ्तार हो गए।