संदिप कुमार गर्ग
नोएडा। यूपी के नोएडा में यूपीएससी की परीक्षा में चार छात्रों ने नाम रोशन किया है। गुरुवार को गौतमबुद्ध नगर की पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी ने चयनित अभ्यर्थी वरदाह खान, शैफाली अवाना और आयुष मणि चौधरी से मुलाकात कर बधाई देते हुए सिविल सेवा में स्वागत किया और उनके उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी है। इस दौरान एडिशनल पुलिस कमिश्नर शिवहरि मीणा और डीसीपी क्राइम शक्ति मोहन अवस्थी भी मौजूद रहे।
यूपीएससी में टॉप-20 में स्थान पाने वाली वरदाह खान नोएडा के सेक्टर-82 स्थित विवेक विहार में अपने परिवार के साथ रहती हैं। वह मूलरूप से इलाहबाद की रहने वाली हैं। वहीं शैफाली अवाना नोएडा के हरौला गांव में एक किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाली है। उनके पिता दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत है। वह इन दिनों नोएडा के सेक्टर-41 में रह रही है। वहीं पुलिस कमिश्नर से मुलाकात करने वाले आयुश चौधरी नोएडा के सेक्टर-78 महागुन मजारिया में परिवार के साथ रहते है। इन तीनों से पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने यूपीएससी की तैयारियों के दौरान के अनुभव व सफल होने के बाद क्या बदलाव महसूस कर रहे है इसको लेकर चर्चा भी की। उसी दौरान अपनी यूपीएससी की तैयारियों के अनुभव को भी पुलिस कमिश्नर ने साझा किया।
हार के आगे नहीं पस्त हुए हौंसले
यूपीएससी परीक्षा में 172वीं रैंक प्राप्त करने वाली नोएडा के हरौला की रहने वाली शैफाली अवाना ने पूर्व में यूपीएससी परीक्षा से मिली असफलता के आगे हथियार नहीं डाले और कड़ी मेहनत करती रही। शैफाली अवाना ने 172वीं रैंक हासिल कर भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस) का चयन किया है। शैफाली के पिता सतीश अवाना दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग में अधिकारी हैं। शैफाली की इस सफलता पर पूरा नोएडा व हरौला के निवासी खुश है।
सेल्फ स्टडी से जीती जंग
नोएडा के एक और बेटे ने क्षेत्र का नाम रोशन किया है। यूपीएससी 2023 में 723वीं रैंक हासिल करने वाले आयुष मणि चौधरी ने सेल्फ स्टडी कर यूपीएससी की जंग जीती है। नोएडा के सेक्टर-78 में वेलेसिया महागुन मजारिया सोसायटी के निवासी आयुष मणि ने अपने दूसरे प्रयास में सफलता हासिल की है। आयुष IIT भुवनेश्वर से बी-टेक और एम-टेक करने के बाद सिविल सेवा परीक्षा की तैयारियों में जुट गए और सेल्फ स्टडी करके इस कठिन परीक्षा को पास कर लिया।
आर्थिक तंगी कामयाबी में आड़े नहीं आई
नोएडा के सेक्टर-45 स्थित काशीराम आवासीय कालोनी में रहने वाली पिंकी मसीह ने भी यूपीएससी 2023 की परीक्षा में सफलता हासिल की है। उन्हें 948 रैंक प्राप्त हुई है। पिंकी के जीवन में उसकी आर्थिक स्थितियां कभी आड़े नहीं आईं। कड़ी मेहनत के बाद पिंकी ने इस सफलता को हासिल किया है। डीयू से फिजियो थैरेपी में टॉपर पिंकी, पढ़ाई जारी रखने के साथ यूपीएससी की कोचिंग भी लेना चाहती थी, लेकिन उसके परिवार के पास आर्थिक समस्याएं थीं। पिंकी के पिता संजय कुमार अपना काम करते हैं। जबकि मां आशा मसीह सेक्टर-12 स्थित फादर एंगल स्कूल में सहायक के तौर पर काम करती हैं।
दो कोशिशों के बाद भी हार नहीं मानी
नोएडा की एक और बेटी ने यूपीएससी की परीक्षा पास कर नाम रोशन किया है। नोएडा के सेक्टर-134 जेपी कॉसमॉस सोसायटी निवासी हर्षिता ने यूपीएससी 2023 में 214वीं रैंक प्राप्त की है। पहले दो प्रयासों में वह परीक्षा उत्तीर्ण नहीं कर पाई थी, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। रिवीजन और करंट अफेयर्स पर उन्होंने नजर रखी। उन्होंने डीयू के हिन्दू कॉलेज से जंतु विज्ञान में परास्नातक किया है।