भवेश कुमार
पटना। पर्यटन विभाग द्वारा ककोलत जल प्रपात एवं झारखण्ड के तिलैया डैम की तर्ज पर रजौली के फुलवरिया डैम को भी पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। पर्यावरण वन एवं जलवायु मंत्री सह नवादा जिला प्रभारी डॉ. प्रेम कुमार फुलवरिया डैम के निरीक्षण किया और वहां के प्राकृतिक सौंदर्य को देख कर कहा कि जल्द ही पर्यटन विभाग द्वारा ककोलत जल प्रपात एवं झारखण्ड के तिलैया डैम की तर्ज पर फुलवरिया डैम को भी पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा।
मंत्री ने कहा कि रजौली स्थित फुलवरिया डैम प्राकृतिक गोद में बसा हुआ है. डैम के दोनों ओर पहाड़ एवं घना जंगल है। डैम के पास मात्र खड़े रहने से शीतल हवाएं मन को मोह लेती है। इस डैम को पर्यटन स्थल बनाने को लेकर पर्यटन विभाग के प्रबंध निदेशक को आवश्यक कदम उठाने को निर्देशित किया है।
प्रेम कुमार ने ये भी बताया कि डीएफओ एवं डीडीसी को पर्यटन स्थल बनाने से सम्बंधित विषयों को जिलाधिकारी को सुपुर्द करने की बात कही है। उन्होंने कहा कि जल्द ही फुलवरिया डैम में फ्लोटिंग सोलर प्लांट लगने वाला है, जिससे रजौली वासियों को बिजली को लेकर काफी सुविधा मिलेगी।
बिहार सरकार प्रदेश में पर्यटन स्थलों की खोज कर उन्हें विकसीत करने के लिए कटिबद्ध है. सीएम नीतीश कुमार का कहना है कि सूबे में जो भी टूरिस्ट स्थल हैं। उन्हें जल्द से जल्द विसकिस कर अपनी धरोहरों को भी बचाया जा सकता है। इससे बिहार में आय के स्रोत भी बढ़ेगें। इस दिशा में सरकार काम भी कर रही है। बिहार में जो भी डैम और जल प्रपात हैं उसे अच्छी तरह विकसित कर उसे धूमने लायक जगह बनाया जा रहा है।