संध्या समय न्यूज संवाददाता
मुंबई। भक्ति से जुड़े कंटेंट में सबसे अग्रणी मंच, शेमारू भक्ति, एक समकालीन गीत, ‘हनुमान दुलारे’ को भक्तों के लिए प्रस्तुत किया है, जिसे लोगों द्वारा खूब पसंद किया जा रहा है। आध्यात्मिक विकास के इस युग में, हनुमान दुलारे गीत का लक्ष्य कालातीत परंपरा और लोगों में लुप्त हो रही आध्यात्मिकता के साथ उन्हें फिर से जागृत करना है। दिल को अनेक भावनाओं से भर देने वाला यह ट्रैक, शेमारू के लोकप्रिय रैप एल्बम ‘देव वाणी’ का हिस्सा है जो शेमारू भक्ति पर उपलब्ध है।
हनुमान जी से जुड़े कई एल्बमों के बीच, हनुमान दुलारे गीत उनके अनछुए कोमल और दयालु पक्ष को बयां करता है। इस संगीतमय उत्कृष्ट कृति के माध्यम से, श्रोता हनुमान और भगवान राम के बीच शाश्वत बंधन की गहराई में गोते लगाते हुए एक मार्मिक यात्रा पर निकलते हैं। भगवान हनुमान के सौम्य और सहानुभूतिपूर्ण स्वभाव, उनकी अटूट निष्ठा और भगवान राम के प्रति उनके असीम प्रेम को यह गीत उजागर करता है। अत्यंत पवित्रता और सम्मान के साथ भक्ति के गहरे सार को प्रकट करते हुए, युवा श्रोताओं के दिलों को यह गीत मंत्रमुग्ध करने में कोई कमी नहीं छोड़ रहा है।
हनुमान दुलारे, बजरंगबली के उत्साही प्रशंसकों और उपासकों को भावनात्मक रूप से प्रेरित करता है, यह एक ऐसा गीत है जो मधुर छंदों से युक्त भक्ति के सार को उजागर करता है। यह प्राचीन कथा की पवित्रता और जिम्मेदारी को बड़ी खूबसूरती से प्रतुत करने के साथ, यह प्राचीन आख्यान को पुनर्जीवित करते हुए इसे आधुनिक मोड़ देकर रामायण की कहानी को बयां करता है। यह भक्ति संगीत की पवित्रता और श्रद्धा का सम्मान करते हुए, युवाओं के दिलों को छू रहा है।
इस मौके पर हनुमान जी की भूमिका में नज़र आ चुके विन्दु दारा सिंह ने अपने दिवंगत पिता और अभिनेता दारा सिंह को याद किया जो क्लासिक रामायण में हनुमान के अभिनय से भक्तों के दिलों में बस गए थे और उनकी जगह आज भी दर्शकों के दिलों में बरकरार है। उन्होंने कहा, “शेमारू भक्ति के ‘हनुमान दुलारे’ गाने की रिलीज को लेकर मैं बहुत खुश हूँ। जैसे- जैसे मैं बड़ा हुआ मैंने यह देखा कि कैसे लोग मेरे पिता का आदर करते थे और उनमें हनुमान जी के अवतार को देखते थे। मेरे पिता के प्रति उनका सम्मान और उनके विश्वास को देखकर, मेरी आँखों में कृतज्ञता के आँसू आ जाते थे चूंकि उन्होंने हनुमान जी के किरदार को निभाया था। लोग मेरे पिता को हनुमान जी के दूत के रूप में देखते थे और यह गीत उसी विश्वास को दर्शाता है। यह गीत वर्तमान की भावनाओं के साथ अतीत की पवित्रता को एक साथ एक मंच पर प्रस्तुत करता है जो विश्वास को बनाए रखता है और युवा पीढ़ी को इसमें शामिल करता है। मैं इस शाश्वत बंधन को प्रस्तुत करने और इसका सम्मान करने को लेकर शेमारू भक्ति का आभारी हूँ।”
संगीतकार अगम अग्रवाल ने कहा, “’हनुमान दुलारे’ को तैयार करना एक विस्मयकारी यात्रा रही है, जिसमें रैप की शक्ति को भक्ति के सार के साथ मिश्रित किया गया है। हमारा लक्ष्य एक गूंजती संगीतमय उत्कृष्ट कृति बनाना था जो हनुमान जी के प्रेम और वफादारी का