संदिप कुमार गर्ग
नोएडा। ग्रेटर नोएडा के इस चर्चित हत्याकांड में पुलिस ने कई चौंकाने वाले खुलासे हो रहे है जिसमें ग्रेटर नोएडा में ढाबा संचालक केके शर्मा के (14 वर्षीय) बेटे कुणाल शर्मा का अपहरण कर हत्या के मामले में पुलिस ने एमबीबीएस की छात्रा को गिरफ्तार किया, जिसमें पुलिस ने बुधवार देर रात मुठभेड़ के दौरान इस हत्याकांड में शामिल दो लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। इस हत्याकांड में अब तक 4 लोग गिरफ्तार हो चुके है।
गुरूवार को पुलिस उपायुक्त कार्यालय ग्रेटर नोएडा में आयोजित एक प्रेस वार्ता के दौरान अपर पुलिस आयुक्त मुख्यालय बबलू कुमार ने बताया कि थाना बीटा-दो क्षेत्र के में ढाबा चलाने वाले कृष्ण कुमार शर्मा का 14 वर्षीय बेटा कुणाल एक मई को लापता हो गया था। उन्होंने बताया कि सर्विलांस विधि, सीसीटीवी कैमरे आदि की सहायता से पुलिस मामले की जांच कर रही थी। सीसीटीवी कैमरे को देखने के बाद पाया गया कि किशोर एक लडक़ी के साथ गया था। उन्होंने बताया कि इस मामले में देर रात को एक मुठभेड़ के दौरान डाढ़ा गांव निवासी कुणाल भाटी, अगौता बुलंदशहर निवासी हिमांशु चौधरी और मनोज को गिरफ्तार कर जब पूछताछ की गई तो पता चला कि हिट वेब सीरीज देखकर हत्या की योजना बनाई थी। उन्होंने बताया कि कार में कुणाल को बैठाकर ले जाने वाली युवती तन्वी हिमांशु की दोस्त है। वह गुरुग्राम से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही है। उसने हिट वेब सीरीज के तर्ज पर हत्या की योजना तैयार कराई। जिसे तीनों ने अंजाम दिया। उन्होंने बताया कि कुणाल शर्मा का मोबाइल फोन बरामद किया गया है।
पुलिस आयुक्त मुख्यालय बबलू कुमार ने बताया कि इस हत्याकांड के बाद थाना बीटा-2 से हटाए गए प्रभारी निरीक्षक मुनेन्द्र सिंह ने टीम भावना के साथ काम किया तथा इस हत्याकांड के खुलासे में उनकी अहम भूमिका रही। आपको बता दें कि ग्रेटर नोएडा बीटा-2 थाना क्षेत्र में गांव नटो की मढैया इलाके में स्थित एक रेस्टोरेंट संचालक केके शर्मा के 14 वर्षीय बेटे कुणाल शर्मा के अपहरण और हत्या के मामले में आठ दिन बाद बुधवार देर रात बीटा-दो थाना पुलिस ने घटना में शामिल दो बदमाशों को मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार कर लिया। मुठभेड़ के दौरान पैर में गोली लगने से एक बदमाश घायल हो गया। जिसे उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया।
पुलिस ने अपहरण की घटना में प्रयुक्त कार भी बरामद की है। पुलिस उपायुक्त जोन तृतीय साद मियां खान ने बताया कि पूछताछ में पता चला कि ब्याज के पैसों और रेस्टोरेंट को हड़पने के विवाद में कुणाल का अपहरण किया गया था और उसकी हत्या कर शव नहर में फेंक दिया गया था। पकड़े गए बदमाश की पहचान डाढा गांव निवासी कुणाल भाटी और अगौता बुलंदशहर निवासी हिमांशु चौधरी और मनोज के रूप में हुई है। मनोज मृतक कुणाल का मौसा है। बताया जाता है कि मनोज और मृतक कुणाल के पिता केके शर्मा ने साझेदारी में शिवा होटल खोला था। मनोज की योजना यह थी कि कुनाल की हत्या के बाद केके शर्मा कमजोर पड़ जाएंगे तथा वह होटल पर कब्जा कर लेगा, तथा हिमांशु आदि की 2 लाख रुपए जो कृष्ण कुमार को देने हैं वह उनके बच जाएंगे। इसी के तहत तीनों ने मिलकर कुणाल की हत्या की योजना बनाई।