सुषमा
विधायक हितेंद्र ठाकुर और क्षितिज ठाकुर को 5 साल के कार्यकाल में 103 कामों के लिए 17 करोड़ 50 लाख रुपये की निधि प्राप्त हुई थी। खास बात यह है कि ठाकुर ने उससे भी अधिक, यानी 18 करोड़ 79 लाख 74 हजार 410 रुपये की निधि वसई विधानसभा क्षेत्र में इस्तेमाल की है, जिसमें अगले साल के दायित्व की राशि भी शामिल है। विधायक ठाकुर द्वारा विकास कार्यों के लिए प्रस्तुत किए गए प्रस्ताव पर जिल्हा नियोजन समिति से उत्तर मिला है, जिसमें कहा गया कि “आपके निधि के खर्च की सीमा समाप्त हो चुकी है, इसलिए कामों की सूची को कम किया जाए।” इस पर ठाकुर ने कहा कि विरोधी सिर्फ प्रचार के उद्देश्य से गलत जानकारी फैला रहे हैं।
विधायक निरंजन डावखरे, विधायक भाई जगताप और विधायक जयंत पाटिल का विधायक निधि भी हितेंद्र ठाकुर ने वसई विधानसभा क्षेत्र के लिए प्राप्त किया था। इस विधायक निधि से भी करोड़ों के विकास कार्य वसई विधानसभा क्षेत्र में किए गए थे। इससे विकास कार्यों और विधायक निधि को लेकर अफवाह फैलाकर राजनीति करने वाले विरोधियों की बोलती बंद हो गई है।
कुछ दिन पहले वसई के जागरूक नागरिक संघ और न्यू इंग्लिश स्कूल माजी विद्यार्थी संघ द्वारा ‘विधानसभा के लिए हम क्यों?’ विषय पर एक चर्चासत्र आयोजित किया गया था। इस चर्चासत्र में कांग्रेस के विजय पाटिल ने अपना प्रतिनिधि भेजा था, जबकि भाजपा की स्नेहा दुबे अनुपस्थित थीं। ठाकुर ने कहा, “अगर चर्चासत्र में मुझे यह सवाल सबूत के साथ पूछा गया होता, तो मेरे दिए गए उत्तर पर तालियों की गूंज होती।” विरोधी पक्ष के उम्मीदवारों द्वारा चर्चासत्र में अनुपस्थित रहने के कारण ठाकुर ने अपनी विकास योजनाओं की सूची प्रस्तुत की और भविष्य की योजनाओं का उल्लेख किया। उम्मीदवारों की अनुपस्थिति से नागरिकों में नाराजगी देखी गई।