संध्या समय न्यूज संवाददाता
अजमेर। देश के सुविख्यात कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा का रविवार को वैदिकमंत्रोच्चारण के साथ धर्म ध्वजा फहराने के साथ भूमि पूजन हुआ । प्राप्त जानकारी के अनुसार कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा श्रीमुख से धार्मिक नगरी पुष्कर में आगामी 5 जुलाई से 11 जुलाई तक खंडेलवाल परिवार शिव महापुराण कथा का आयोजित होने जा रही श्री ब्रम्हा शिव महापुराण कथा का आयोजन किया जा रहा है। रविवार को प्रातः पुष्कर मेला मैदान में वैदिक विधिविधान से धर्म ध्वजा की स्थापना करने के साथ साथ भूमि पूजन का आयोजन किया गया । यूट्यूब पंडित रविकांत शर्मा के आचार्यत्व में आयोजित किया गया। भूमि पूजन के इस कार्यक्रम में कथा के मुख्य यजमान अजमेर निवासी कैलाश चंद्र खंडेलवाल व खण्डेलवाल परिवार द्वारा सभी का स्वागत किया गया।
कथा के मुख्य संयोजक एवं महामंत्री उमेश गर्ग ने बताया कि धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान शिव की कथा से पूर्व ध्वज की स्थापना करके भूमि का पूजन किया जाता है । अंतरराष्ट्रीय वैश्य महासम्मेलन के सान्निध्य में आयोजित होने जा रही इस कथा के भूमि पूजन कार्यक्र्म में आरटीडीसी के चैयरमेन धर्मेंद्र सिंह राठौड़, पुष्कर विधायक सुरेश सिंह रावत, अजमेर उत्तर विधायक वासुदेव देवनानी, अजमेर दक्षिण की विधायक अनिता भदेल , पूर्व विधायक डॉ श्रीगोपाल बाहेती ने ना सिर्फ हिस्सा लेकर आयोजको के हौसला बढ़ाया बल्कि कथा आयोजन में हर संभव सहयोग करने का भी आश्वासन दिया। इस अवसर पर नगर निगम अजमेर के उप महापौर नीरज जैन, पुष्कर पालिकाध्यक्ष शिवस्वरूप महर्षि, पूर्व पालिकाध्यक्ष कमल पाठक, कथा समिति के मुख्य संरक्षक कालीचरण दास खंडेलवाल, पूर्व महानगर संघचालक सुनील दत्त जैन, सुभाष काबरा, रमेश तापड़िया, सूरज नारायण लखोटिया, नौरत गुर्जर, सर्वेश पारीक, ओमप्रकाश विजयवर्गीय, प्रेम प्रकाश विजयवर्गीय, भाजपा मण्डल महामंत्री अरुण वैष्णव, पार्षद लक्ष्मी पाराशर, पार्षद कैलाश श्रेष्ठि, ओम प्रकाश डोल्यां, शम्भू चौहान, बैजनाथ पाराशर, धर्मेंद्र नागौरा, विष्णु सैन, सामाजिक कार्यकर्ता अरुण पाराशर, पूर्व युवा तीर्थ पुरोहित संघ के पूर्व अध्यक्ष गोविंद पाराशर, विश्व हिंदू परिषद के रेशु पाराशर सहित सैकड़ों श्रद्धालु महिला पुरुषों की मौजूदगी में भूमि पूजन के पूर्व कार्यकर्ता सम्मेलन भी आयोजित किया गया। जिसमे सभी लोगो से आयोजन में सहयोग देकर इसे सफल बनाने की आश्वासन दिया गया। सम्मेलन के पश्चात वैदिक मंत्रोच्चार के साथ धर्म ध्वजा की स्थापना कर भूमि पूजन किया गया और देवाधिदेव महादेव से इस विशाल कथा आयोजन की सफलता के लिए कामना की गई।
जगद्गुरु निम्बार्क पीठाधीश्वर श्री श्रीजी महाराज को भी दिया कथा का निमंत्रण
कथा यजमान अमित खंडेलवाल एवं संयोजक उमेश गर्ग ने स्थानीय श्री गिरिधर गोपाल मंदिर पहुंचकर निम्बार्क पीठाधीश्वर श्री श्यामशरण जी देवाचार्य श्रीजी महाराज से भेंट कर आशीर्वाद प्राप्त किया । इस अवसर पर की इन्होंने श्रीजी महाराज को पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा में पधारने का निमंत्रण भी दिया । जिसके पश्चात पूज्य महाराज ने एक दिन कथा में आने का आश्वासन दिया ।
कथा के लिए कोई पास नही जारी किए जा रहे हैं : उमेश गर्ग
पंडित प्रदीप मिश्रा जी की लोकप्रियता एवं उनकी अन्य जगह होने वाली कथाओं में उमड़ने वाली भीड़ को देखते हुए यहां भी भारी तादात में श्रद्धालुओ के आने की संभावना जताई जा रही है । अनुमान के मुताबिक 5 से 11 जुलाई तक चलने वाली इस कथा में देशभर से लाखों की संख्या में श्रद्धालु महिला पुरुष पुष्कर पहुंच सकते है । यही वजह है कि अभी से ही यहां की कई होटल , गेस्ट हाउस, और धर्मशालाओ की एडवांस बुकिंग की जा चुकी है । भीड़ के आने की संभावनाओं के चलते ही हर कोई व्यक्ति चाहता है कि उन्हें बैठने के लिए रिर्जव स्थान पर पास मिल जाए । इस बात को स्पष्ट करते हुए कथा के संयोजक व महामंत्री उमेश गर्ग ने बताया कि कथा में पास बनाये जाने हेतु ऐसी कोई व्यवस्था नहीं की गई है । कथा आमजन के लिए हैं कथा के लिए कोई पाबंदी नहीं है । पाण्डाल में सभी श्रोताओं के लिए बैठने की पूर्ण व्यवस्था की गई है । बारिश के मौसम को देखते हुए श्रोताओं के बैठने के लिए वाटर प्रूफ़ पाण्डाल की व्यवस्था है ।
बीते कुछ दिनों से पुष्कर में ऐसी चर्चा भी है कि आयोजको द्वारा पास जारी किए जा रहे है ।
लेकिन बातचीत के दौरान संयोजक उमेश गर्ग ने आज उन सभी अफवाहों पर विराम लगाते हुए कहा कि आयोजको द्वारा किसी भी प्रकार का कोई पास जारी नही किया जा रहा है। हमारे लिए कथा में आने वाला प्रत्येक श्रद्धालु भक्त महत्वपूर्ण है । इसलिए पहले आओ और आगे की जगह पाओ वाली व्यवस्था ही कि जा रही है। जिसे भी जहां जगह मिले वो भक्त वही बैठकर कथा का श्रवण करें। उन्होंने कहा कि केवल कथा आयोजन में सेवाएं देने वाले वॉलिंटियर्स को ही हम आईकार्ड जारी कर रहे है ताकि वे कथा पांडाल की व्यवस्थाओं में सहयोग कर आम श्रद्धालुओं की मदद कर सके।